कानून भले ही सबके लिए बराबर हो। मगर कानून को लागू करवाने वाली सरकार सबके साथ एक जैसा सलूक करें ऐसा ज़रूरी नहीं है। बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) पर आरोप लगाने वाली लॉ छात्रा को 7 अक्टूबर तक न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (Special Investigation Team) ने बुधवार सुबह उसे गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया।

दरअसल यौन शोषण और ब्‍लैकमेलिंग मामले की जांच कर रहे एसआईटी प्रमुख नवीन अरोड़ा ने पिछले दिनों प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि चिन्मयानंद को ब्लैकमेल करने के मामले में पीड़ित छात्रा की भी संलिप्तता (शामिल) मिली है।साक्ष्य (सबूत) मिलने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।

इससे पहले पीड़ित छात्रा ने सोमवार को अपनी गिरफ्तारी पर रोक लगाने को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट में अर्जी दी थी। कोर्ट ने पीड़ि‍ता की याचिका को खारिज करते हुए निचली अदालत में अर्जी देने को कहा था। बीते 10 सितंबर को चिन्मयानंद के मालिश कराते हुए 16 वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुए थे। उसके तुरंत बाद एक और वीडियो जारी हुआ था, जिसमें लॉ छात्रा, उसका दोस्त संजय सिंह के साथ कुछ और लोग दिखे थे।

ये सभी लोग कहीं जा रहे थे और कार में आगे बैठा शख्स छात्रा और संजय सिंह को रुपए मांगने को लेकर फटकार लगा रहा था। इस वीडियो में बहुत कुछ ऐसा था, जिससे लग रहा था कि चिन्मयानंद से पांच करोड़ की रंगदारी मांगने में इन्हीं लोगों का हाथ है।

वहीं इस मामले के मुख्य आरोपी स्वामी चिन्मयानंद बीमारी के चलते अभी तक जेल नहीं भेजे जा चुके है। इस वक़्त वो लखनऊ पीजीआई में भर्ती है मगर बीते मंगलवार को उनकी सेहत में काफी सुधार देखा गया। पीजीआई के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ। अमित अग्रवाल ने बताया एमआईसीयू में भर्ती चिन्मयानंद के स्वास्थ्य में मंगलवार को काफी सुधार देखने को मिला।

उनका रक्तचाप बिल्कुल सामान्य है, उनका ब्लड शुगर मधुमेह पूरी नियंत्रित है। उन्होंने आज भोजन किया और बातचीत भी कर रहे हैं। डॉ। अग्रवाल ने कहा कि अगर हालत ठीक रही तो संभवत: दो दिनों में चिन्मयानंद को संस्थान से छुट्टी दे दी जायेगी।

इस मामले पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनाठे सोशल मीडिया पर बीजेपी पर निशाना साधा है। उन्होंने लिखा- पीड़िता को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया। पीड़िता हिरासत में चिन्मयनाद PGI के AC कमरे में चिन्मयानंद ने फ़र्ज़ी छाती दर्द बताया एंजियोग्राफी में हृदय में कोई रुकावट नहीं बीजेपी ने अभी भी इनको निष्कासित नहीं किया है, नैतिकता का नाम तो सुना होगा?

उन्होंने कहा कि संत समाज ने चिन्मयानंद को निकाल दिया पर बीजेपी ने अभी तक निष्कासित नहीं किया है क्यूँ सीएम योगी, पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह चुप हैं? कहाँ हैं भाजपा की वह शीर्ष महिला नेत्रियाँ? मूक दर्शक बने रहना पाप में भागीदारी के बराबर है।

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  1. देश गर्ट में जा रहा है। ये लोग संसद में भी रेप को रेप ना साबित करने से गुरेज नहीं करेगे और धर्मांध जनता साथ देगी इन लोगों का। बर्बरता की सीमाएं पार की है।

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