आसिफा रेप और हत्या मामले में कश्मीर बार काउंसिल खुलकर आरोपियों के पक्ष में आ गया है। पहले तो काउंसिल के वकीलों ने क्राइम ब्रांच को चार्जसीट दाखिल करने से रोका। हाथों में तिरंगा लिए जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे गलाने लगे।
जब वकीलों का इतने से भी मन नहीं भरा तो वो आसिफ़ा का केस लड़ रही वकील को धमकाने लगे। इस केस को बच्ची के परिवार की ओर से लड़ रही वकील दीपिका सिंह को वकीलों के झुंड ने, बार काउंसिल की शह पर कोर्ट परिसर में धमकी दे कर, इस मामले से दूर रहने को कहा। मामला इतना बढ़ गया कि जम्मू-कश्मीर हाईकोर्ट को, दीपिका के लिए सुरक्षा के इंतजाम करने पड़े।
दीपिका का कहना है कि क्या वकील हाथ में डंडा लिए शोभा देते हैं? क्या इससे नागरिकों का न्यायपालिका और वकीलों पर से भरोसा नहीं उठ जाएगा? दिपीका ने बार काउंसिल के एक वकील पर आरोप लगाते हुए कहा कि मेरे साथ बदसलूकी हुई है। मुझे धमकी दी गई है।
उन्होंने आगे कहा कि बार काउंसिल के वकीलों को लगता है कि अगर वो एक औरत को धमकी देंगे तो वो छिप जाएगी, डर जाएगी। लेकिन उनको पता नहीं कि मैं डरने वाला नहीं हूं। देश की जनता को पता ही नहीं कि उनके वकील न्याय की जगह विशेष राजनैतिक दल के सिपाही बन गए हैं।