दिल्ली के व्यापारी अब राष्ट्रीय राजधानी में हो रही सीलिंग के पुरज़ोर विरोध में आ चुके हैं। दिल्ली के व्यापारियों ने आज बंद का ऐलान किया है। आज देश की राजधानी दिल्ली में 100 से ज़्यादा बाज़ारों में सीलिंग के विरोध में शव यात्राएं निकाली जाएंगी। 7 लाख से अधिक व्यापारी अपना कारोबार बंद रखकर सड़कों पर उतरेंगे।
सबसे बड़ी शवयात्रा कश्मीरी गेट मार्केट से शुरू होकर निगम बोध घाट जाएगी और वहां सीलिंग की अर्थी का अंतिम संस्कार किया जाएगा। व्यापारियों के शीर्ष संगठन चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (सीटीआई) ने पहले ही बंद का ऐलान कर दिया था।
सीटीआई का दावा है कि अब तक 1200 से अधिक छोटी बड़ी ट्रेड एसोसिएशन ने अपने- अपने बाजार बंद का सर्कुलर भेजकर समर्थन किया है। इसमें चांदनी चौक, सदर बाजार, चावड़ी बाज़ार, खारी बावली, कनॉट प्लेस, गांधी नगर, लक्ष्मी नगर, अशोक विहार, राजौरी गार्डन, लाजपत नगर, ग्रेटर कैलाश, साउथ एक्स, सरोजिनी नगर, कमला नगर, नया बाजार, भागीरथ प्लेस, लाजपत राय मार्केट, कश्मीरी गेट, प्रीत विहार, शाहदरा, कृष्णा नगर, जनकपुरी, तिलक नगर, मॉडल टाउन समेत दिल्ली के तमाम छोटे बड़े बाज़ार बंद रहेंगे।
आम जनता का ख्याल करते हुए व्यापारिक संगठनों ने यह कहकर लोगों को राहत दी है कि मेडिकल स्टोर या डेयरी जैसी रोजमर्रा की ज़रूरत के सामानों की दुकानें अगर खुलती हैं, तो जबरन उन्हें बंद नहीं कराया जाएगा।
इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सीलिंग के मुद्दे पर चर्चा के लिए मंगलवार को अपने घर पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाई है। लेकिन भाजपा ने इस बैठक में शामिल होने से इनकार कर दिया है।
चैम्बर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री के कन्वीनर बृजेश गोयल ने बताया कि पिछले 3 महीने में 3867 दुकानें सील हो चुकी हैं लेकिन सीलिंग की समस्या का समाधान नहीं निकला है। तमाम व्यापारियों ने केंद्र सरकार के सामने मांग रखी है कि तुरंत एक बिल या अध्यादेश लाकर सीलिंग की कार्रवाई को रोका जाए।