दुनिया के राजनेताओं पर फैशन की खुमारी बढ़-चढ़कर छाई हुई है। इस फैशन का खामियाजा मॉरिशस की पहली महिला राष्ट्रपति अमीना गरीब फाकिम को भुगतना पड़ रहा है।
अमीना गरीब को अपने फैशन के चलते अगले हफ्ते अपने पद से इस्तीफा देना पड़ रहा है।
दरअसल, अमीना ने एक एनजीओ के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल अपनी निजी शॉपिंग के लिए किया था, जिसकी वजह से उन्हें इस्तीफा देना पड़ेगा।
अमीना 2015 में मॉरिशस की पहली महिला राष्ट्रपति बनी थीं। उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने लाखों रुपए की शॉपिंग की है।
सोशल मीडिया पर अब मॉरिशस की राष्ट्रपति अमीना गरीब की तुलना केंद्रीय कपड़ा एवं सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी की जा रही है। तुलना इसलिए की जा रही है, क्योंकि साल 2016 में स्मृति ईरानी ने कपड़ा मंत्रालय के अधीन आने वाले कॉटेज उद्योग को देखने पहुंची थी।
यहां उन्हें कुछ महंगी साड़ियां पसंद आ गईं तो उन्होंने इन साड़ियों को पैक करा लिया था। साड़ियों की कीमत करीब आठ लाख रुपये बताई जाती है।
इसके बाद स्मृति ईरानी की साड़ियों के बिल के भुगतान को लेकर मंत्रालय की सचिव रश्मि वर्मा ने इसकी शिकायत पीएमओ और प्रधानमंत्री मोदी से की थी। साथ ही रश्मि ने कहा था कि अगर मंत्री का स्वभाव ऐसा ही रहा तो वह उन्हें ज्यादा दिन तक नहीं झेल पाएँगी।
निजी शॉपिंग के चलते मॉरिशस की राष्ट्रपति को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ रहा है, लेकिन स्मृति ईरानी का मंत्री पद से इस्तीफा तो दूर की बात है उनपर कोई अनुशासात्मक कार्यवाई तक नहीं हुई थी।
ऐसी घटनाओं को नजरंदाज़ करके प्रधानमंत्री मोदी कहते है कि देश से भ्रष्टाचार को मिटाना है।