उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में बीते दिनों पुलिसकर्मी द्वारा की गई ‘ऐपल’ मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले को लेकर बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने योगी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि योगी सरकार मामले में ख़ुद की साख़ बचाने के लिए लीपापोती कर रही है।
बीएसपी सुप्रीमो ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवार के पास अपने मंत्रियों को भेजकर मामले को दबाने की कोशिश कर रही है। सरकार पीड़ित परिवार को आश्वासन देकर मामले में लीपापोती कर रही है।
उन्होंने कहा कि अगर मैं सीएम होती तो सबसे पहले आरोपी पुलिसकर्मियों के ख़िलाफ कार्रवाई करती और बाद में पीड़ित परिवार से मुलाकात करती।
लगेगी आग तो आएंगे ‘तिवारी’ के भी घर ज़द में, यहाँ पे सिर्फ़ ‘दलितों और मुसलमानों’ का मकान थोड़ी है!
मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है और बहन-बेटियां सुरक्षित नहीं हैं। राजधानी का यह हाल है तो प्रदेश का अंदाजा लगाया ही जा सकता है। उन्होंने इस मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की।
उन्होंने मामले में जल्द कार्रवाई करने की अपील करते हुए कहा कि अगर इस मामले में सरकार का हाथ नहीं है तो उन्हें बिना देरी किए मामले की उच्चस्तरीय जांच करवानी चाहिए। जरूरी है कि अफसर से लेकर अधिकारियों तक सबके खिलाफ कार्रवाई हो।
जब तक चुनाव ‘शमशान-कब्रिस्तान’ पर लड़े जायेंगे तब तक ‘तिवारी और खान’ शहीद होते रहेंगे
मायावती ने बताया कि उन्होंने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्रा को भी पीड़ित परिवार से मिलने के लिए कहा है और पीड़ित परिवार को न्याय का भरोसा दिलाने के निर्देश दिए हैं।
इससे पहले आज मृतक विवेक तिवारी की पत्नी कल्पना तिवारी ने सीएम योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की थी। उनके साथ सूबे के डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने भी पीड़ित पत्नी से मुलाकात की थी।
ग़ौरतलब है कि मुलाकात के बाद कल्पना तिवारी ने इस मामले की जांच सीबीआई को सौंपने से इनकार कर दिया था।