तथाकथित रामभक्तों से अनुरोध है कि आप अपने ऐसे घृणित, वीभत्स कुकृत्य के बचाव में इस निर्लज्जता से “जय श्री राम” के नारे ना लगाएँ कि हमारे राम तुम्हारी हैवानियत के पीड़ितों से कभी नज़र भी ना मिला पाएँ!

#Kathua कांड घृणिततम, सबसे वीभत्स, क्रूर और धार्मिक घृणा से भरा कांड है।

अभियुक्तों की नज़र में 8 साल की #Asifa का मुसलमान होना ही अपराध था !

जिस बच्ची को हिन्दू मुसलमान का भेद भी नहीं मालूम था, उससे योजना बनाकर बार बार लगातार, कई दिनों तक नशा व दवा दे देकर सामूहिक बलात्कार किया गया क्योंकि कुछ हैवान गरीब मुस्लिम बंजारों को डराकर अपने इलाके से भगाना चाहते थे!

ये जानवर से बदतर इंसान, बलात्कार करने के बाद विधी इत्यादि से “देवस्थान” में पूजा करते थे, एक पुलिसवाला भी इसमें शामिल था, एक अपराधी को भी अपनी हवस मिटाने के लिए विशेष रूप से मेरठ से बुलाया गया और अंत में सुनिश्चित करने के लिए कि बच्ची सचमुच मर गई, पत्थर से आसिफा का सर फोड़ दिया गया!

अभियुक्तों के समर्थन में हिन्दू संगठन, हिन्दू एकता मंच, स्थानीय नेताओं और यहाँ तक की आम जनता और महिलाओं ने भी तिरंगे के साथ मार्च किया! घृणित मानसिकता के वकीलों ने पुलिस का रास्ता रोका, जय श्री राम के नारे लगाए! विरोध प्रदर्शन किए! इस बच्ची ने पूरे देश को आईना दिखा कर नंगा कर दिया!

और जो लोग दूसरे बलात्कार के कांडों का हवाला देकर समानता स्थापित करने की घटिया कोशिश कर रहे हैं, हिंदू मुस्लिम कर रहे हैं, वो जान लें कि आज तक कभी इस देश में किसी बलात्कारी के समर्थन में तिरंगा लेकर धार्मिक संगठनों, महिलाओं, वकीलों ने मार्च नहीं किया था!
#JusticeforAsifa

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