मोदी सरकार पर लगातार ये आरोप विपक्ष की तरफ से लगाया जा रहा है कि पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के आरोपी नीरव मोदी को देश से भाग जाने में सरकार ने मदद की है। अब खबर आई है कि नीरव मोदी को देश से बाहर जाने की अनुमति मोदी सरकार ने चेतावनी के बाद भी दी।

बता दें, कि पीएनबी बैंक में 12,600 करोड़ रुपये का घोटाला सामने आया है। एक टीवी चैनल ने घोटाले से जुड़े दस्तावेज़ों के आधार पर इस घोटाले को 29000 करोड़ रुपये का बताया है। इस घोटाले में आरोपी हीरा कारोबारी नीरव मोदी और उनके मामा मुहल चौकसी हैं। घोटाला सामने आने से पहले ही ये दोनों पूरे परिवार के साथ देश छोड़कर भागने में कामयाब हो गए।

नीरव मोदी देश के सबसे बड़े उद्योगपति मुकेश अंबानी के रिश्तेदार हैं। मुकेश अंबानी को मोदी सरकार का करीबी माना जाता है। हाल ही में स्विटज़रलैंड के दावोस शहर में हुए वर्ल्ड इकनोमिक फोरम की बैठक में नीरव मोदी को भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ देखा गया था।

‘द हिन्दू’ की खबर के मुताबिक, नीरव मोदी को देश से बाहर जाने की अनुमति मोदी सरकार ने तब दी जब सरकारी ऐजेंसी ने नीरव मोदी को देश छोड़ने की अनुमति देने से मना किया था।

पिछले साल दिसम्बर में नीरव मोदी को अमेरिका के ‘ग्लोबर एन्ट्री’ समारोह के लिए जाना था। इसके लिए अमेरिका के सरकारी विभाग ने भारत सरकार को एप्लीकेशन भेजी।

विदेश मंत्रालय ने इस मामले में वित्त मंत्रालय से जवाब माँगा कि नीरव मोदी को बाहर भेजे जाने में कोई आपत्ति तो नहीं है। सरकारी ऐजेंसी डायरेक्टर ऑफ़ रेवेन्यू (डीआरआई) ने जवाब देते हुए कहा कि नीरव मोदी को बाहर जाने की अनुमति न दी जाए।

डीआरआई ने अपने जवाब में कहा था कि नीरव मोदी पर 2014 में 890 करोड़ के हीरों की हेरीफेरी का आरोप है। इसलिए उसे अमेरिका जाने की अनुमति न दी जाए। लेकिन सरकार ने नीरव मोदी को अनुमति दे दी। इसके बाद जनवरी में ही पीएनबी घोटाला सामने आ गया।

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