मोदी सरकार ने देश की विमान सेवा कंपनी एयर इंडिया को बेचने का फैसला किया है। सरकार के इस कदम का विरोध हो रहा है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार का ये फैसला निजी कंपनियों को फायदा पहुँचाने के लिए है।

बता दें, कि मोदी सरकार सरकारी एयरलाइंस एयर इंडिया का विनिवेश करने जा रही है। किसी भी सरकारी कंपनी में सरकार की हिस्सेदारी निजी कंपनियों को बेचने की प्रकिया को विनिवेश कहा जाता है।

एयर इंडिया अपने कर्ज़ की वजह से घाटे में चल रही है। मोदी सरकार इस कंपनी में अपनी यानि भारतीय सरकार की 76% हिस्सेदारी निजी कंपनियों को बेचने जा रही है। जिस तरह से ये विनिवेश हो रहा है उससे घोटाले की आशंका ज़ाहिर हो रही है।

गौरतलब है कि एयर इंडिया को बेचने के फैसले की जांच कर रही संसदीय समिति ने इसका विरोध किया था। संसदीय समिति ने कहा था कि कंपनी ने पिछले कुछ समय से मुनाफा कमाना शुरू कर दिया है इसलिए सरकार को इसे नहीं बेचना चाहिए।

विनिवेश के नाम पर घोटाला

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल ने कहा कि एयर इंडिया के निजीकरण की बात सुनकर मैं स्तब्ध हूं। इसमें किसी निजी कंपनी को फायदा पहुंचाने की बात स्पष्ट दिख रही है।

अहमद पटेल ने कहा कि विनिवेश प्रस्ताव के अनुसार सरकार 76% हिस्सेदारी बेचने जा रही है जबकि कंपनी के कर्ज का 52% जिम्मा सरकार के पास ही रहेगा। कांग्रेस ने सवाल खड़े किए कि इस विनिवेश का प्रस्ताव ऐसा ही तैयार किया गया है। क्या ये किसी निजी कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है?

मतलब एयर इंडिया में हिस्सेदारी खरीदने के बाद भी निजी कम्पनियाँ उसके कर्ज़ को नहीं चुकाएँगी। जब हिस्सेदारी बेचने के बाद भी कर्ज़ सरकार को ही चुकाना है तो हिस्सेदारी बेंची ही क्यों जा रही है? जबकि निजी कंपनियों को एयर इंडिया की सेवाएँ महंगा कर लाभ कमाने का अधिकार होगा। इससे आने वाले समय में एयर इंडिया का किराया भी बढ़ सकता है। क्या एयर इंडिया का कर्ज़ सिर्फ कंपनी को निजी कंपनियों को हाथों में सौपने का बहाना है?

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी एयर इंडिया में अपनी हिस्सेदारी बेचने के केंद्र सरकार के कदम का कड़ा विरोध किया है।

ममता ने कहा- मीडिया में इन खबरों को पढ़ कर बहुत दुख हुआ कि सरकार ने एयर इंडिया को बेचने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं और चाहते हैं कि यह फैसला तत्काल वापस लिया जाए। सरकार को चाहिए कि वह हमारे देश को बेचने की अनुमति कतई न दे।

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