मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हड़ताल पर बैठे संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों अपना खून बहाकर विरोध कर रहें हैं। देश में किसान आत्महत्या कर रहें हैं, नौजवान प्रदर्शन कर रहें हैं और अब संविदा कर्मचारियों ने भी विरोध करना शुरू कर दिया है।
मध्यप्रदेश में संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी पिछले नौ दिनों से हड़ताल पर बैठे हैं, जिससे मध्यप्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं ठप हो गई हैं। स्वास्थ्य कर्मचारियों के हड़ताल की वजह से अस्पतालों में मौजूद मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
हड़ताल के आठवें दिन विरोध कर रहे स्वास्थ्य कर्मचारी ने सरकार के खिलाफ एक बैनर बनाया। जिसपर उन्होंने अपने खून से बड़े बड़े अक्षरों में लिखा, “हमारी भूल, कमल का फूल”
इसके अलावा उन्होंने एक और नारा, “हमको नियमित कब करोगे, मर जाएगे तब करोगे” लिखा। कर्मचारियों ने खुद सिरिंज से अपने हाथ से खून निकाल कर ये लिखा।
संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की अध्यक्ष डॉ. रूपाली तिवारी का कहना है कि जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होगी तब तक हड़ताल जारी रहेगी। इसके अलावा संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी 28 फरवरी को विधानसभा का घेराव करेंगे।
बता दें कि संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर हड़ताल पर बैठे हैं। 19 फरवरी से शुरू हुई हड़ताल को आज 9 दिन हो गए हैं। हड़ताल कि वजह से मध्यप्रदेश में मरीजों को काफी दिकत्तों का सामना करना पड़ रहा है।