जम्मू के कठुआ रेप मामले की वकील दीपिका राजावत ने अपनी जान को ख़तरा बताया है। मुझे नहीं पता कि कल मैं जीवित भी रहूंगी या नहीं। मेरे साथ दुष्कर्म हो सकता है, मेरे सम्मान को तार-तार किया जा सकता है, मेरी हत्या की जा सकती है।
उन्होंने आगे कि कठुआ में ऐसी लड़की के साथ विभत्सता हुई, जिसे अपनी शरीर के बारे में ज्ञान भी नहीं होगा। मासूम बच्ची के साथ बर्बरता हुई। मैं उसे न्याय दिलाकर रहूंगी।
मैं ऐसी घटनाओं के लिए समाज के ठेकेदारों को जिम्मेदार मानती हूं। मेरी बच्ची अगर बाहर जाती है तो मुङो डर लगता है कि कौन उसे किस नजरिए से देखेगा। समाज को सोच बदलने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा मामले में संज्ञान लेने पर संतोष जताया।
बता दें कि जम्मू कश्मीर के कठुआ में आसिफा नाम की 8 साल की बच्ची की बलात्कार कर हत्या कर देने का मामला सामने आया है।
बच्ची का एक हफ्ते तक लगातार मंदिर में बलात्कार किया गया और बाद में पत्थर से कुचलकर उसकी हत्या कर दी गई। इसके बावजूद भाजपा नेता इस जघन्य अपराध में आरोपियों को समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने उनके समर्थन में रैली भी निकाली थी।