नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताने वाली भोपाल की बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। इस बार उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु पर निशाना साधा है। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि हमारे भारत को जो भी पीड़ा पहुंचाएगा, हमारे भारत को जो भी खंडित करने का प्रयास करेगा, वह निश्चित रूप से अपराधी होगा, इसमें कोई शक नहीं।

दरअसल बीजेपी सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर धारा 370 और 35a हटाने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की जमकर तारीफ कर रही थी। इसी दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरु को अपराधी बताया और वर्तमान प्रधानमंत्री मोदी को देशभक्त करार दिया।

बीजेपी सांसद ने कहा कि जो लोग पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह पर गर्व कर रहे हैं, वह देश भक्त हैं। प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि ‘इसके बाद जो देशभक्त हैं उनकी श्रेणी अलग हो चुकी है। देशभक्त उल्लास मना रहे हैं और जो रो रहे हैं वह देश भक्त तो हो ही नहीं सकते।

धारा 370 और 35 ए हटने पर जो लोग खुश हैं, हमारे देश पर गर्व कर रहे हैं, जो लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर गर्व कर रहे हैं वह देशभक्त हैं। उन्होंने कहा कि यह परिभाषा इस बार सिद्ध हो गई है कि कौन देश के साथ है और कौन देश के विरुद्ध है’।

प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बयान पर राजद ने लिखा- संघियों को नेहरू से नफरत है क्योंकि – नेहरू अंग्रेजों के खिलाफ लड़ने के कारण 9 साल जेल में रहे! – अंग्रेजों की चापलूसी नहीं की! – मुसलमान विरोधी दुष्प्रचार/नरसंहार नहीं किया! -दलितों के लिए समान अधिकार व अवसर की बात कही! – ब्राह्मणों को समाज में मिल रहे विशेषाधिकार के विरुद्ध थे!

ये पहला मौका नहीं है जब जवाहर लाल नेहरु को लेकर इस तरह का विवादित बयान दिया गया हो। इससे पहले मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कश्मीर का हवाला देते हुए जवाहरलाल नेहरू को ‘अपराधी’ बताया था।

बीते शनिवार ओडिशा के एक कार्यक्रम में शिवराज ने इसकी दो वजहें बताईं। उन्होंने कहा कि जब भारतीय फौज कश्मीर से पाकिस्तानी कबायलियों को खदेड़ते हुए आगे बढ़ रही थी, ठीक उसी वक्त नेहरू ने संघर्ष विराम का ऐलान कर दिया।

इस वजह से कश्मीर का एक-तिहाई हिस्सा पाकिस्तान के कब्जे में रह गया। यदि कुछ दिन और संघर्षविराम की घोषणा नहीं होती, तो पूरा कश्मीर भारत का होता।

इसके आगे उन्होंने कहा कि जवाहर लाल नेहरू का दूसरा अपराध अनुच्छेद 370 था। भला एक देश में कैसे दो निशान, दो विधान (संविधान) और दो प्रधान अस्तित्व में हो सकते हैं? यह केवल देश के साथ अन्याय नहीं बल्कि अपराध भी है।

3 COMMENTS

  1. Apradhi pergya thakur, aur vyapam ghotale ke apradhi,tum ne Desh ko dya kya hai,angrezon ke talwe chatne walo ,Naga land Kya Desh ka hissa nahi hai,do vidhan do pradhan 14 August ko azadi to Pakistan manata hai,wahan Kya ho raha tha 14 August ko.kyon beef ban nahi hai wahan,Kya woh Pakistan hai,

  2. फ्री में आज़ादी मिल गयी,तो संघी ऐसा बयान दे रहे।सरदार पटेल को आगे लाकर नेहरू को दोषी बताया जाना इनकी एक चाल है।सरदार पटेल और नेहरू में कभी भी विरोध नही रह।जनता अतीत का सच जानने की जिज्ञासु होती है,ऐसे में आप फिल्मों के माध्यम से,सोशल मीडिया के माध्यम से जो भी परोस दोगे बहुमत से,लोग उसको सच मानने लगते हैं।जैसे भगवान की कथाएँ जब कोई पुजारी वर्णित करता है तो कल्पंनिक कथाओं को भी यथार्थ समझते हैं।ये एक मनोवैज्ञानिक प्रयोग है।

  3. Bjp ka har nata ka kam ha.. Purni bata karna.. Khud ko mahan banaa.. Jab ya paida bhi nahi hua tha.. Par Bjp jo kaha wo Sirf such hota ha…? Kyuki ya brahma vishnu aur Mahesh ha is kalyug ka.. Disgusting 🤢

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here