बुलेट ट्रेन के ख़्वाब में खलल पड़ गई। देश की आर्थिक नगरी में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो चुका है, भारी बारिश के कारण मुंबई के कई इलाकों में पानी भर गया है।

सड़कों पर जलभराव से यातायात बाधित है और सात हवाई उड़ाने रद्द की गई हैं। इसमें एक हादसा हो गया है। वो ये बदलापुर और वांगणी के बीच ट्रैक पर जलभराव के कारण मुंबई-कोल्हापुर महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रैक पर ही फंस गई।  इसमें करीब 700 लोग थे जिनको काफी मसक्कत के बाद निकाल लिया गया है।(सेंट्रल रेलवे के चीफ़ के अनुसार)

इस हादसे में एक बार फिर वायुसेना के हेलिकॉप्टर की भी मदद ली गई। फंसी हुई रेल में यात्रियों को न उतरने की सलाह दी गई थी. साथ ही एनडीआरएफ़ और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की सलाह का इंतज़ार करने की बात भी कही थी.

कैसे कैसे कर तो तो रास्ता पार के लोग ट्रेन तक पहुंचते है उसमें के पानी घुस आ रहा है। रेल जिस रूट पर चलती है उसकी देख रेख की पूरी जिम्मेदारी केंद्र की होती है और कभी कभी राज्य में भी। फिर इतना बड़ा हादसा कैसे हुआ?

क्या ये सच नहीं है कि राज्य और केंद्र में दोनों जगह बीजेपी की सरकार है। इसी बीच मुंबई की लापरवाही नहीं है तो और क्या है? इसकी जवाबदेही किसकी है ?

नॉर्मल स्पीड ट्रेन की वीडियो तेज करके ट्वीट करने वाले रेल मंत्री पीयूष गोयल की या महराष्ट्र के मुख्यमंत्री फडणवीस की ?

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