उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान हालात काफी खराब हो चुके हैं। कल इलाहाबाद हाईकोर्ट ने योगी सरकार को राज्य के पांच प्रमुख शहरों में लॉकडाउन लगाने के निर्देश दिए थे।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाई कोर्ट का यह आदेश मानने से इनकार कर दिया है। जिसके पीछे योगी सरकार यह तर्क दे रही है कि अगर राज्य में लॉकडाउन लगा दिया गया। तो लोगों को आजीविका कमाने में समस्याएं आएंगी।
दूसरी तरफ हर दिन उत्तर प्रदेश से कोरोना से होने वाली मौतों के आंकड़े बनने वाली खबरें आ रही है। राज्य के सभी बड़े अस्पताल कोरोना संक्रिमतों से भरे पड़े हैं।
कई लोगों को इलाज भी नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण मौतों का आंकड़ा और बढ़ रहा है।
ऐसे में एक ऐसा मामला सामने आया है जहां इलाज के अभाव में एक युवक ने अपने मां के कदमों में ही दम तोड़ दिया है।
इस खबर को शेयर करते हुए शायर इमरान प्रतापगढ़ी ने भाजपा पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट कर लिखा है कि “मोदी जी के संसदीय क्षेत्र बनारस से आई ये तस्वीर उत्तर प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं का कलंकित स्मारक है !
कहॉं तो काशी को क्योटो बनाने का दावा कर रहे थे, कहॉं मॉंओं के कदमों में बेटे बिना इलाज दम तोड़ रहे हैं।”
बताया जाता है कि जौनपुर जिले के एक गांव में रहने वाला विनीत सिंह मुंबई में काम करता था। बीते साल वह शादी समारोह में शामिल होने के लिए अपने गांव आया था।
यहाँ उसकी तबियत खराब हो गई। जिसके बाद जौनपुर के एक डॉक्टर को दिखाया तो उन्होंने बताया कि किडनी की समस्या है।
बताया जाता है कि सोमवार को बीएचयू अस्पताल में तबीयत खराब होने की वजह से युवक को उसकी मां द्वारा इलाज के लिए लाया गया था। लेकिन डॉक्टरों ने कोरोना संक्रमण की वजह से उसे नहीं देखा।
इसके बाद मां अपने बेटे को एक प्राइवेट अस्पताल में ले गई। लेकिन वहां भी उसे भर्ती नहीं किया गया जिसके चलते युवक ने अपनी मां के कदमों में ही तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया।