कर्नाटक के चुनाव करीब है। सभी राजनैतिक दल अभी से ही चुनावी मैदान में उतर चुके है। इसी सिलसिले में प्रधानमंत्री भी कर्नाटक के दौरे पर है जहां उन्होंने दावणगेरे में किसानों की रैली को संबोधित किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि, भारत का भाग्य बदलना है तो भारत के गांवों का भाग्य बदलना होगा। दिल्ली में जबसे आपने हमें काम करने का मौका दिया है तब से किसानों का कल्याण, गांवों में बदलाव आदि मूलभूत बातों में हम एक के बाद एक निर्णय करते चले जा रहे हैं।
जनसभा किसानों को उनके फायदे गिनाते हुए कहा कि बीमा फसल योजना से अकेले कर्नाटक की बात करें तो ही करीब 11 हज़ार करोड़ फायेदा हुआ है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि हमारी हर योजना के केंद्र में किसानों का कल्याण और कृषि विकास है। अब इस मामले पर सोशल मीडिया पर लोगों ने सवाल करने शुरू कर दिए।
किसानों पर बोलने की इतनी देरी थी सोशल मीडिया पर लोगों ने उनसे तीखें सवाल करने शुरू कर दिया। किसी ने उन्हें मंदसौर की याद दिलाई तो किसी ने नीरव मोदी के घोटाले से लुटे गए पैसों का हिसाब मांगना शुरू कर दिया।
एक यूज़र ने स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया के किसानों के खतों से पैसे काटने पर सवाल किया और कहा कि किसानों के खाते से sbi ने जो पैसे काटे उसका क्या ? उसको पहले रिफंड करवाओ।
कुलदीप नाम के यूज़र ने मंदसौर में किसानों पर चली गोली के मामले को याद करते हुए कहा कि, फिर किसानों पर गोली चलाने की जरुरत क्यों पडी साहब जी
पुष्पेन्द्र ने लिखा कि बहुत जल्दी याद आ गई किसानों की 2019 का चुनाव करीब है क्या?
पी के नाम के यूज़र ने लिखा कि यानी हर योजना जुमला है ।