पंजाब नेशनल बैंक घोटाले पर बैंक ने नीरव मोदी से जुडी कोई भी जानकारी देने से मना कर दिया है। बैंक ने साफ़ कहा है कि उनसे जुड़े 13000 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच जारी है। इसके पीछे की वजह ये बैंक ने नियमों हवाला देते हुए कहा कि अधिनियम की धारा8(1)( एच) का हवाला देते हुए सूचना प्रकट करने से इनकार कर दिया।
इसका मतलब साफ़ है की अब सूचना की जानकारी का हक भी अब जनता के पास नहीं रह गया है। अनिल गलगली के नाम के RTI एक्टिविस्ट ने इस बारें में बैंक से जानकारी मांगी थी। उन्होंने पूछा था कि आखिर मोदी की तरफ से मांगा गया कुल कर्ज कितने दिए गए और बैंक से कुल कर्ज से जुड़े सभी दस्तावेज का ब्योरा मांगा था जिसमें बैठक के मिनट, एजेंडा नोट जैसी बातों की जानकारी मांगी थी।
मगर उनके किसी भी सवाल का जवाब देने से बैंक ने साफ़ इनकार कर दिया है। इस सवाल पर बैंक ने आरटीआई अधिनियम की धारा8(1)( एच) का ही सहारा लिया जिसमें ये कहा गया है कि ऐसी सूचनाए्र जो जांच या अपराधी की गिरफ्तारी या अभियोजन की प्रक्रिया बाधित करती हैं।