सूचना एवं प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने सोमवार को फ़ेक न्यूज़ पर लगाम कसने के लिए एक संशोधित गाइडलाइन जारी की। इसको लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी ने उनपर तंज़ कसा है।

उन्होंने कहा, हैरानी की बात है कि जो मंत्री फ़ेक न्यूज़ वेबसाइट के आधार पर प्रेस कॉफ्रेंस करती हैं वही फ़ेक न्यूज़ पर लगाम लगाने के लिए सर्कुलर जारी कर रही हैं।

कांग्रेस प्रवक्ता ने सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी की गई संशोधित गाइडलाइन की कॉपी ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “फ़ेक डिग्री वाली एक मंत्री ने पिछले हफ्ते ही फ़ेक न्यूज़ वेबसाइट के आधार पर एक प्रेस कॉफ्रेंस की थी।

उसी मंत्री ने यह सर्कुलर जारी किया है, इसपर तो विडंबना की भी दर्दनाक मौत हो गई। इस दौरान उन्होंने फ़ेक न्यूज़ फैलाने वाली ऑनलाइन साइट्स के बारे में कुछ भी नोटिस नहीं किया”।


बता दें कि पिछले हफ़्ते ही स्मृति ईरानी ने एक प्रेस कॉफ्रेंस में एक न्यूज़ वेबसाइट का हवाला देते हुए पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा कि कपिल सिब्बल जब केंद्र में कानून मंत्री थे, तब उन्होंने मनी लॉन्ड्रिंग के एक आरोपी से करोड़ों की ज़मीन कौड़ियों में खरीदी।

ग़ौरतलब है कि सोमवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि अगर कोई पत्रकार फर्जी खबरें करता हुआ या इनका दुष्प्रचार करते हुए पाया जाता है तो उसकी मान्यता स्थाई रूप से रद्द की जा सकती है।

मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में कहा था कि पहली बार फेक न्यूज के प्रकाशन अथवा प्रसारण की पुष्टि होने पर पत्रकार की मान्यता छह महीने के लिए निलंबित कर दी जाएगी। दूसरी बार ऐसा होने पर यह कार्रवाई एक साल के लिए होगी। लेकिन तीसरी गलती पर मान्यता हमेशा के लिए रद्द कर दी जाएगी।

मंत्रालय ने कहा था, प्रिंट मीडिया से संबंधित फेक न्यूज की शिकायत को प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया (पीसीआई) और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से संबंधित शिकायत को न्यूज ब्राडकास्टर्स एसोसिएशन (एनबीए) को भेजा जाएगा।

हालांकि बाद में पीएमओ ने मामले में दखल देते हुए सूचना प्रसारण मंत्रालय से कहा कि फेक न्यूज को लेकर जारी की गई प्रेस रिलीज को वापस लिया जाना चाहिए।

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