संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम में आरक्षण पर विचार करने को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा कि जो आरक्षण के पक्ष में हैं और जो इसके खिलाफ हैं, उन्हें सौहार्दपूर्ण वातावरण में इस पर विमर्श करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि मैंने आरक्षण को लेकर पहले भी चर्चा की थी मगर ये मुद्दे से भटक गया था, भागवत ने कहा कि आरक्षण पर विचार विमर्श होना चाहिए।
संघ प्रमुख भागवत के बयान पर कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने लिखा- RSS का हौसला बढ़ा हुआ है और मंसूबे खतरनाक हैं। जिस समय भाजपा सरकार एक-एक करके जनपक्षधर कानूनों का गला घोंट रही है।
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RSS ने भी लगे हाथ आरक्षण पर बहस करने की बात उठा दी है। बहस तो शब्दों का बहाना है मगर RSS-BJP का असली निशाना सामाजिक न्याय है। लेकिन क्या आप ऐसा होने देंगे?
RSS का हौसला बढ़ा हुआ है और मंसूबे खतरनाक हैं। जिस समय भाजपा सरकार एक-एक करके जनपक्षधर कानूनों का गला घोंट रही है। RSS ने भी लगे हाथ आरक्षण पर बहस करने की बात उठा दी है।
बहस तो शब्दों का बहाना है मगर RSS-BJP का असली निशाना सामाजिक न्याय है।
लेकिन क्या आप ऐसा होने देंगे?
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) August 20, 2019
गौरतलब हो कि इससे पहले भी संघ प्रमुख भागवत ने आरक्षण को लेकर बयान दिया था। जिसका नतीजा हुआ ये कि बीजेपी विधानसभा चुनाव हार गई। इसके बाद एससी/एसटी कानून में बदलाव के चलते भी बीजेपी के हाथों से तीन मुख्य राज्य गवाने पड़े थे।
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बता दें कि भारतीय सविंधान के तहत आरक्षण का प्रावधान किया गया है। जिसमें अनुसूचित जाति (SC) को 15 फीसदी, अनुसूचित जनजाति (ST) को 7.5 फीसदी, OBC यानी की पिछड़ी जातियों को 27 फीसदी और गरीब सवर्णों को 10 फीसदी आरक्षण मिल रहा है। बाकी बची 40.5 फीसदी नौकरियां सामान्य जातियों के लिए हैं।