जिस तरह से पतंजलि आयुर्वेद लिमिटेड ने दिन दूनी रात चौगुनी तरक्की की है वैसे ही योग गुरु और पतंजलि के मालिक बाबा रामदेव उतनी ही तेजी से अपने पिछले बयानों से पलटे हैं। 2014 के चुनावों से पहले रामदेव पीएम नरेन्द्र मोदी के समर्थन में कभी अर्थशास्त्री बन जाते थे तो कभी भविष्यवाणी करने वाले बाबा।
वैसे वो बाबा तो हैं लेकिन बिजनेस करने वाले! मोदी का समर्थन और नाम जपने का बाबा रामदेव को सिला भी मिला। नतीजा ये हुआ कि मोदी सरकार बनने के बाद पतंजलि आयुर्वेद ने हिंदुस्तान की हर उस बड़ी कंपनी के मैनेजमेंट में खलबली पैदा कर दी जिनका सालों से भारतीय बाजार पर कब्ज़ा था।
कम्पनियों को अपने प्रोडक्ट से लेकर प्रचार में बदलाव करना पड़ा। इस बीच पतंजलि का मुनाफा हजारों करोड़ में पहुँच गया। भ्रष्टाचार की वजह से UPA-2 की सरकार गई और विदेशों से काला धन लाने के वादे पर नरेन्द्र मोदी की सरकार बनी।
कतर में पतंजलि के सभी प्रोडक्ट्स बैन, नेचुरल बताकर खतरनाक केमिकल बेच रहे हैं रामदेव!
और काला धन की बात करने पर बाबा रामदेव बड़े बिजनेसमैन बने। ऐसे ही काले धन पर बात करने वाला बाबा रामदेव का एक पुराना ट्वीट वायरल हो रहा है।
रामदेव का ये ट्वीट 30 मई 2013 का है। इस ट्वीट में बाबा रामदेव ने तत्कालीन प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के लिए माहौल बनाने हुए लिखा था कि,
“काला धन वापस आने पर एक-एक गाँव को विकास के लिए 200 करोड़ रुपए मिलेंगे, तो हमारा एक-एक गाँव ब्रिटेन और अमेरिका से ज्यादा बेहतर होगा।”
काला धन वापस आने पर एक एक गाँव को विकास के लिए २०० करोड़ रूपए मिलेंगे, तो हमारा एक एक गाँव ब्रिटेन और अमेरिका से ज्यादा बेहतर होगा
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) May 30, 2013
रामदेव के ट्वीट को पांच साल से ज्यादा हो गए लेकिन न काला धन वापस आया, न तो 200 करोड़ गावों को मिले और न ही भारत के गाँव ब्रिटेन और अमेरिका से बेहतर हुए।
यही नहीं बाबा रामदेव का सोशल मीडिया पर एक विडियो भी आपको दिख जाएगा जिसमें वो पेट्रोल-डीजल के दामों पर बात करते हुए बोल रहे हैं कि अगर मोदी सरकार आई तो पेट्रोल-डीजल के दाम 50 रुपए लीटर हो जाएंगे।
अगर रेल हादसे के लिए कांग्रेस ज़िम्मेदार है तो गोरखपुर ट्रेजडी और वाराणसी पुल हादसे के लिए कौन?
आज मोदी सरकार में पेट्रोल-डीजल की 90 पार पहुँच चुकी है। बाबा रामदेव की दोनों भविष्यवाणी के मुताबिक ना तो 200 करोड़ रुपए एक-एक गाँव को मिले और ना ही पेट्रोल-डीजल के दाम 50 रुपए लीटर हुए।
कुछ हुआ तो वो है बाबा रामदेव झूठे जरुर साबित हो गए। और हिन्दुस्तानी समाज में किसी सन्यासी और बाबा के द्वारा झूठ बोलना पाप माना जाता है।