कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एनपीए से जुड़ी इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट को ट्विटर पर शेयर करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर बड़ा हमला बोला है।

उन्होंने कहा कि ‘मोदी के भारत’ में आम आदमी अपने पैसे के लिए कतारों में खड़ा होता है, जबकि क्रोनी कैपिटलिस्ट कालेधन को सफ़ेद करते हैं।

कांग्रेस अध्यक्ष ने ट्वीट कर लिखा, “मोदी के भारत में आम आदमी को बैंकों में अपना पैसा रखने के लिए कतारों में खड़ा होना पड़ता है। आपका पूरा ब्योरा आधार में है। आप अपने ही पैसे का इस्तेमाल नहीं कर सकते”।

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उन्होंने कहा, “क्रोनी कैपिटलिस्ट ने नोटबंदी में अपने पूरे कालेधन को सफेद कर लिया। आम आदमी के पैसे का इस्तेमाल करके 3.16 लाख करोड़ रुपए को बट्टे खाते में डाल दिया जाता है”।

राहुल गांधी ने जो ख़बर शेयर की है उसके मुताबिक, पिछले चार सालों में सरकारी बैंकों ने 3.16 लाख करोड़ रुपए का कर्ज़ बट्टे खाते में डाले, जबकि इस दौरान 44,900 करोड़ रुपए के कर्ज की वसूली हो सकी, जो कि बट्टा खाते में डाली गई कुल रकम के 14 फीसदी से भी कम है।

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अप्रैल 2014 से लेकर अप्रैल 2018 तक 21 बैंकों ने जो रकम बट्टा खाते में डाली है, वह 2014 तक बट्टे में डाली गई रकम के 166 फीसदी ज़्यादा बताई जा रही है।

ख़बर के मुताबिक, केंद्र की सत्ता में मोदी सरकार के काबिज़ होने से पहले एनपीए में कोई ख़ास बढ़ोतरी देखने को नहीं मिली थी। लेकिन मोदी सरकार के सत्ता में आने के बाद एनपीए में अभूतपूर्व बढ़ोतरी हुई।

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ग़ौरतलब है कि 2014-15 का 4.62 फीसद एनपीए 2015-16 में बढ़कर 7.79 फीसदी हो गया था। और दिसंबर 2017 तक एनपीए में बढ़ोतरी का यह आंकड़ा 10.41 फीसद पहुंच गया।

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