पांच मार्च को त्रिपुरा में सत्ता हासिल करने के 48 घंटे बाद ही लेनिन की मूर्ति तोड़ दी गई। त्रिपुरा के बेलोनिया शहर के सेंटर ऑफ कॉलेज स्कॉयर में खड़ी लेनिन की प्रतिमा को जेसीबी मशीन से गिरा दिया गया। 11.5 फुट फाइबर ग्लास की ये प्रतिमा पांच साल पहले 2013 में CPIM द्वारा चुनाव जीतने के बाद लगाई गई थी।

इसे लेकर काफी विवाद भी हुआ। बीजेपी नेताओं ने पहले तो मूर्ति गिराए जाने का जश्न मनाया। फिर बयान दिया गया कि बीजेपी ने मूर्ति को नहीं गिराया। और अब कहा जा रहा है कि त्रिपुरा में कोई मूर्ति तोड़ी नहीं गई है।

भाजपा के महासचिव राम माधव ने का कहना है कि त्रिपुरा में कोई मूर्ति तोड़ी नहीं गई है। यह दुष्प्रचार हो रहा है। उन्होंने कहा कि एक निजी जमीन में, जिन्होंने मूर्ति लगाई उन्होंने हटाई है। त्रिपुरा में कोई बर्बरता नहीं हो रही है।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए राम माधव ने कहा कि गुंडागिरी तो पश्चिम बंगाल में हो रही है। ममता जी अपने राज्य की चिंता करें, देश की चिंता बाद में करें।

बता दें कि जनसंघ के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी की मूर्ति के साथ हुई तोड़फोड़ की घटना के एक दिन बाद बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस कृत्य की निंदा करते हुए कहा है कि यह बंगाल की संस्कृति नहीं है।

त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति ढहाने के लिए भाजपा की खिंचाई करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि वहां इस मामले में किसी की गिरफ्तारी की खबर उनको नहीं है। लेकिन कोलकाता पुलिस ने मूर्ति के साथ तोड़फोड़ करने वालों को फौरन गिरफ्तार कर लिया। वे अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर तृणमूल कांग्रेस की ओर से आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रही थीं।

राम माधव ने ममता बनर्जी पर निशाना साधने के लिए जो बयान दिया वो सरासर झूठ है। त्रिपुरा में 5 मार्च को मुर्ति गिराई गई। राम माधव ने खुद मुर्ति गिराए जाने पर खुशी जाहिर करते हुए ट्वीट किया था “लोग लेनिन की मूर्ति गिरा रहे हैं, रूस में नहीं, त्रिपुरा में हो रहा है, चलो पलटाई।” चलो पलटाई त्रिपुरा में चुनाव प्रचार के दौरान भाजपा ने सीपीआई के खिलाफ नारा दिया था। विवाद के बाद राम माधव ने इस ट्वीट को हटा लिया था।

त्रिपुरा के राज्यपाल व पूर्व बीजेपी नेता तथागत रॉय ने लेनिन की मुर्ति गिराए जाने पर ट्वीट किया था। तथागत रॉय ने लिखा था कि ‘अगर एक सरकार ने गलती की है तो दूसरी सरकार सुधार सकती है।’

तमिलनाडु के बीजेपी नेता एच राजा ने भी लेनिन की मुर्ति गिराए जाने पर खुशी जाहिर की थी। तमिलनाडु में बीजेपी यूथविंग के उपाध्यक्ष SG Suryah ने भी लेनिन की मूर्ति तोड़े जाने पर ट्वीट किया था। Suryah ने अपने ट्वीट में लिखा था कि ‘बीजेपी त्रिपुरा में लेनिन की मूर्ति को तोड़ने में सफल रही। तमिलनाडु में परियार की मुर्ति गिराने का इंतजार नहीं कर सकता।’

ऐसे में राम माधव का ये कहना कि त्रिपुरा में बीजेपी ने मूर्ति नहीं तोड़ी ये गलत है। खुद बीजेपी नेता इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि उन्हीं की पार्टी ने लेनिन की मूर्ति को तोड़ा है। सोशल मीडिया पर लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने की वीडियो शेयर की जा रही है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि प्रतिमा गिरने का जश्न मनाने वाले लोगों ने बीजेपी की टोपी पहनी हुई है।

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