देश की सबसे बड़ी जांच एजेंसी के साथ मजाक चल रहा है। पहले CBI डायरेक्टर आलोक वर्मा और CBI के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने एक दूसरे पर भष्टाचार और रिश्वतखोरी के आरोप लगाए।
फिर रातों-रात CBI डायरेक्टर और स्पेशल डायरेक्टर को छुट्टी पर भेज दिया गया। फिर नए अंतरिम निदेशक के रूप में एम नागेश्वर को नियुक्त कर दिया गया है।
और जब इस सभी कारस्तानियों से संतुष्टि नहीं मिली तो CBI डायरेक्टर की जासूसी शुरू करवा दी गई। जी हां, CBI चीफ आलोक वर्मा के दिल्ली स्थित आवास के बाहर से 4 लोगों को पकड़ा गया है।
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इन सभी पर आलोक वर्मा के घर के बाहर संदिग्ध गतिविधियां करने का आरोप है। दिल्ली पुलिस ने सभी को हिरासत में ले लिया है और इनसे पूछताछ कर रही है।
हिरासत में लिए गए लोगों ने अपनी पहचान इंटेलिजेंस ब्यूरो के अधिकारी के तौर पर दी है। पकड़े गए लोगों का नाम प्रशांत कुमार, विनीत कुमार गुप्ता, अजय कुमार और धीरज कुमार सिंह है। इन सभी ने अपनी पहचान के तौर पर सीजीएचएस और आधार कार्ड दिए हैं।
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एक अधिकारी ने अपनी पहचान उजागर न करने की शर्त पर बताया, “संदिग्ध के पास से जो पहचान सबूत के तौर पर दिए गए हैं उससे यह साफ़ ज़ाहिर होता है कि वे सभी आईबी के ऑफिसर हैं। हम डॉक्यूमेंट्स की सत्यता की जांच कर रहे हैं।”
राजधानी की हवा ज़्यादा ज़हरीली है…
या
साहेब की सियासत ….?साहेब की घबराहट बता रही है कि वे तोते का दम निकाल कर ही दम लेंगे?#CBIRafaleGate
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) October 25, 2018
इस जासूसी कांड को कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने मोदी की घबराहट बतायी है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया है कि
‘राजधानी की हवा ज़्यादा ज़हरीली है या साहेब की सियासत? साहेब की घबराहट बता रही है कि वे तोते का दम निकाल कर ही दम लेंगे?’