कासगंज में पुलिस ने दलित युवक को घोड़ी चढ़कर बारात निकालने की अनुमति नहीं दी। पुलिस ने दलित से कहा कि वो उस इलाके से बारात नहीं निकाल सकता जहां उच्च जाति के लोग रहते हैं। इस मुद्दे को लेकर राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की बड़ी बेटी एवं राज्यसभा सांसद मीसा भारती ने राज्य की योगी सरकार पर निशाना साधा है।

मीसा भारती ने इस ख़बर को शेयर करते हुए अपनी फ़ेसबुक वॉल पर एक पोस्ट लिखा। पोस्ट में उन्होंने पूछा, “जब उत्तर प्रदेश के कासगंज में एक दलित परिवार ने बारात निकाल कर विवाह करना चाहा तो प्रशासन ने बारात के लिए रास्ता व नक्शा तय कर दिया! क्या यह विशेष व्यवहार कभी गैर दलितों के साथ किया गया है”?

भगवा ब्रिगेड पर हमला बोलते हुए मीसा ने कहा, “यह इसीलिए किया गया क्योंकि कुछ मनुवादी लोगों को दलितों के हंसते-गाते, खुशी मनाते चेहरे अपने घर के आगे गलियों में बर्दाश्त नहीं!

राज्यसभा सांसद ने राज्य की योगी सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “उत्तर प्रदेश की सरकार जातिवाद और ऊँच नीच की भावना को क्यों चुप्पी साध हवा दे रही है”?

बता दें कि हाथरस के रहने वाले संजय कुमार और शीतल की शादी कासगंज के निजामपुर गांव में 20 अप्रैल को होनी है। इसके लिए संजय कुमार ने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर बारात निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने अनुमति देने से मना कर दिया था।

पुलिस ने कहा कि वह इलाका उच्च जाति के लोगों का है, उनके बारात निकालने से वहां हिंसा हो सकती है। यही नहीं 21 मार्च को कासगंज पुलिस और प्रशासन ने संजय को बारात निकालने के लिए 800 मीटर लंबे रास्ते का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया था।

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