उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा को बड़ा झटका लगा है। योगी सरकार को ‘दलितों, पिछड़ों, किसानों, नौजवानों’ का विरोधी बताते हुए स्वामी प्रसाद मौर्य ने मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उनका अपनी पार्टी में स्वागत किया है।
इस बड़े राजनीतिक उलटफेर के बाद से तमाम विपक्षी दलों को योगी सरकार पर हमलावर होने का एक और मौका मिल गया है। सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ रही रालोद पार्टी के नेता प्रशांत कनौजिया ने स्वामी प्रसाद मौर्य के बहाने उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य पर चुटकी ली है। स्वामी प्रसाद मौर्य और अखिलेश की तस्वीर साझा करते हुए प्रशांत ने लिखा, “चलो किसी मौर्य ने स्टूल पर बैठने से इनकार किया। बाकी केशव प्रसाद मौर्य जी को तो स्टूल पर ही अपमानित होने में मज़ा आ रहा है।”
चलो किसी मौर्या ने स्टूल पर बैठने से इनकार किया। बाकी @kpmaurya1 जी तो स्टूल पर ही अपमानित होने में मज़ा आरहा है। pic.twitter.com/VAtEG5dtZE
— Prashant Kanojia (@PJkanojia) January 11, 2022
दरअसल, यूपी की राजनीति में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को विपक्षी दल के नेता स्टूल मंत्री कहकर चिढ़ाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि मीडिया में एक तस्वीर वायरल हुई थी जिसमें योगी आदित्यनाथ और अन्य भाजपा नेता कुर्सी पर बैठे थे। लेकिन केशव प्रसाद मौर्य स्टूल पर बैठे नजर आ रहे थे। केशव ओबीसी वर्ग से आते हैं इसलिए इस प्रकरण को जातिवाद से जोड़कर भी देखा जाता है। विपक्ष बार-बार ये आरोप लगाता है कि केशव के साथ पार्टी में दोयम दर्जे का व्यवहार होता है।
केशव प्रसाद अपना नाम बदल कर स्टूल प्रसाद क्यूँ नहीं रख लेते? pic.twitter.com/VDRqkuYk7s
— I.P. Singh (@IPSinghSp) November 18, 2021
यही वजह है कि रालोद नेता प्रशांत कनौजिया ने केशव प्रसाद मौर्य के ‘स्टूल पर बैठकर अपमानित’ होने की बात कही है। कनौजिया का दावा है कि भाजपा के 40 से ज़्यादा विधायक सपा और रालोद में शामिल होना चाहते हैं।
विधानसभा चुनाव में कुछ ही दिन शेष बचे हैं। ऐसे में तमाम छोटे-बड़े नेताओं ने चुनावी गुणा गणित लगाते हुए दलबदल शुरू कर दिया है। नेताओं का एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जाना चुनाव को दिलचस्प बना रहा है।