देश के आर्थिक हालात सुधरने की बजाय बद-से-बदतर होते जा रहे हैं। सरकार के चिंता करने की बजाय विपक्षी पार्टियाँ अर्थव्यवस्था पर चर्चा और विमर्ष कर रही हैं। इसी सिलसिले में राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (RLSP) ने देश की आर्थिक मंदी पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो सपने दिखा कर सत्ता में आए थे, वह सपने आज भी पूरे नहीं हुए हैं। साथ ही देश आर्थिक मंदी से जूझ रहा है, बेरोजगारी अपने चरम पर है तो बिहार में शिक्षा व स्वास्थ्य का बुरा हाल है।”

RLSP की दिल्ली में हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक की अध्यक्षता पार्टी प्रमुख और पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा ने की। इस दौरान पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ रालोसपा के महासचिव फजल इमाम मल्लिक मौजूद रहे। कुशवाहा ने कहा कि,

“बिहार में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। नीतीश कुमार सरकार हर मोर्चे पर नाकाम है। नोटबंदी और जीएसटी को लेकर अर्थशास्त्रियों ने जो आशंका जताई थी वह आज सही साबित हुई है। देश के हालात बेहद खराब हैं और लोगों की नौकरियां जा रहीं हैं। केंद्र सरकार अपने उपक्रमों को बेचने में लगी है क्योंकि सरकार के पास पैसा नहीं है और उसकी कोशिश है कि पैसा कहीं से आ जाए। ऐसा कर केंद्र सरकार कुछ खास बड़े घरानों को फायदा पहुंचाने में लगी है।”

कुशवाहा ने मोदी सरकार और नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि, मोदी सरकार में सिर्फ निजी क्षेत्र में नहीं बल्कि सरकारी उपक्रमों में भी बड़े पैमाने पर छटनी हो रही है। यह चिंता की बात है। कृषि के क्षेत्र में भी बेहद खराब हालात हैं। किसानों के हालात खराब हैं और वे मंदी की मार झेल रहे हैं। उन्होंने कहा कि बिहार के लोग देश भर में नौकरियां करते हैं लेकिन उनकी बड़े पैमाने पर छंटनी हो रही है। बिहार की सरकार ने भी पिछले पंद्रह सालों में ऐसा कुछ नहीं किया जिसे लेकर नीतीश कुमार अपनी पीठ थपथपाएं।

रलोसपा ने बैठक में 12 अक्टूबर को पटना में समाजवादी चिंतक राम मनोहर लोहिया की पूण्यतिथि के मौके पर होने वाले सम्मेलन के बारे में बताया। इस सम्मेलन में महागठबंधन के अलावा वाम दलों को भी न्यौता दिया जाएगा।

बिहार में बिगड़ी कानून व्यवस्था की वजह से जंगलराज पर जोर देते हुए उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि, नीतीश कुमार के मुख्यमंत्री बनने के बाद बिहार की हालत और खराब हुई है। नीतीश काम का दावा ज्यादा करते रहे हैं लेकिन, जमीन पर उनका काम नहीं दिखाई देता।

रालोसपा की बैठक में राष्ट्रीय कार्यकारिणी ने तय किया कि बिहार में संगठन के चुनाव और शिक्षा व स्वास्थ्य, सुप्रीम कोर्ट-हाई कोर्ट में कोलेजियम प्रणाली के खिलाफ व्यापक आंदोलन करने पर सहमति बनी। बैठक में ईवीइएम की गड़बड़ियों पर भी व्यापक चर्चा हुई और चुनाव बैलट पेपर से कराने पर जोर दिया गया।

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