अपने विवादित डिबेट के लिए पहचाने जाने वाले आज तक के फायर ब्रांड एंकर रोहित सरदाना ने कुछ ऐसा ट्वीट किया है जो बहुत से लोगों को हजम नहीं हो रहा।
रोहित ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को टैग करते हुए लिखा है कि ”कॉलेज की फ़ीस रातों रात पाँच गुना बढ़ जाए तो बच्चे कहाँ से लाएँ? डॉक्टर बनने कॉलेज पहुँचे बच्चे कई दिन से बैनर/पोस्टर लिए बैठे हैं। लेकिन उत्तराखंड सरकार में कोई सुनवाई नहीं? @tsrawatbjp”
दरअसल ज्यादातर लोगों को रोहित सरदाना से ऐसी उम्मीद नहीं रहती। इसका कारण है रोहित का विशेष पार्टी और विचारधार की तरफ झुकाव। दूसरे शब्दों में कहें तो रोहित सत्ता के साथी हैं इसलिए उनका सत्ता से सवाल करना लोगों को नार्मल नहीं हो रहा।
बता दें कि उत्तराखंड की बीजेपी सरकार ने 3 प्राइवेट मेडिकल कालेजों को मनमानी फीस लेने का अधिकार दे दिया है। अधिकार मिलने के बाद मनमानी करते हुए कॉलेजों ने गेजुएट और पोस्ट-ग्रेजुएट कोर्सेज की फीस करीब 300 फीसदी तक बढ़ा दी है। अब हजारों संख्या में छात्र सड़कों पर हैं और उत्तराखंड सरकार मौन।
यहां पर ध्यान देने वाली बात ये भी है कि इन कॉलेजों में पढ़ने वाले ज्यादातर छात्र डोनेशन वाले नहीं, बल्कि मध्यम और गरीब परिवार से हैं। जो दिन रात एक करके ‘नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट’ (NEET) की परीक्षा पास कर मेडिकल कॉलेज में एडमिशन लेने का सपना देखते हैं।
वहीं ऐसे कई छात्र हैं जो लोन लेकर प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन तो ले लेते हैं, लेकिन डॉक्टर बनने के बाद सारी जिंदगी लोन चुकाते रहते हैं। इन छात्रों की परीक्षा अप्रैल से शुरू होने वाली है। लेकिन कॉरपोरेट की दलाल उत्तराखंड सरकार की वजह से ये छात्र पढ़ाई छोड़कर सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं।