लखीमपुर खीरी मामले में सामने आए तमाम वीडियो के जरिए साबित हो चुका था कि मंत्री अजय मिश्रा का बेटा साजिशन किसानों की हत्या कर रहा था मगर सरकार के लोग इसे मानने से इंकार कर रहे थे। उनके इस बहानेबाजी का अंत होता है एसआईटी की रिपोर्ट आने के बाद, जिसमें साफ-साफ कहा गया है कि लखीमपुर के तिकुनिया में सुनियोजित और साजिशन हत्या की गई है।
इस रिपोर्ट के आने के बाद जहां भाजपा के तमाम नेता चुप्पी साधे हुए हैं वहीं विपक्षी दलों के नेता योगी-मोदी से सवाल कर रहे हैं।
इसी क्रम में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से सवाल करते हुए लिखते हैं-
“मोदी जी आप किसानों और पत्रकार की हत्या करने वालों के पक्ष में क्यों खड़े हैं?
SIT की रिपोर्ट कह रही है “किसानो की हत्या सुनियोजित साज़िश है” मंत्री का धमकी देने वाला वीडियो पूरी दुनिया ने देखा उनकी गाड़ी से कुचलकर किसान मारे गये,बर्ख़ास्तगी के लिए और कितने सबूत चाहिये मोदी जी?”
लगभग सभी विपक्षी दलों के नेता न सिर्फ लखीमपुर खीरी की घटना की निंदा कर चुके हैं बल्कि गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा के बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। मगर इन सबके बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी टेनी को अपने मंत्रिमंडल से नहीं हटा रहे हैं।
उनके इस अड़ियल रवैए की वजह से भाजपा को क्या फायदा या नुकसान होगा इसका पता आगामी उत्तर प्रदेश चुनाव के परिणाम से चलेगा मगर किसानों का PM पर से जो भरोसा खो रहा है, उसकी भरपाई सालों साल तक नहीं हो सकेगी।