बिहार में बहार में है क्योकिं वहां के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मूकदर्शक बने हुए है। मंत्री के बेटे होने के चलते अरिजीत चौबे अभी आज़ाद घूम रहे है। न सुशासन बाबू को अपनी साख बचाने की फ़िक्र है और न ही बीजेपी सबका साथ सबका विकास का नारा बिहार की हवा में घोल पा रही है। बिहार ऐसा राज्य है जो सरकार की विफलताओं के चलते कभी बाढ़ का सामना करता है तो कभी दंगें का।
रामनवमी जैसे पवित्र पर्व पर जब बिहार की गंगा जमुनी तहजीब को ख़त्म करने की कोशिश की गई। भागलपुर में हुए दंगें को भड़काने वालों में से एक और कोई नहीं बल्कि मोदी सरकार में मंत्री की भूमिका अदा कर रहे अश्विनी चौबे के बेटे अरिजीत चौबे के खिलाफ गैर जमानती वार्रेंट तक जारी हो गया मगर अभी तक वो हिरासत में नहीं लिए गए है।
इसी मामले पत्रकार सर्वप्रिया सांगवान ने लिख सोशल मीडिया पर तंज करते हुए लिखा रामचंद्र कह गए सिया से ऐसा ‘कलयुग’ आएगा, नाम होगा बदनाम मेरा ‘दंगाई’ मौज मनाएगा।