बहराइच से बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के राम मंदिर को लेकर दिए विवादित बयान पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि हमको राम मंदिर नहीं नौकरी और रोटी चाहिए। इसलिए राम मंदिर पर लोगों को भड़काना बंद करें।

दरअसल, केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा था कि मुसलमान मुग़ल के वंशज नहीं बल्कि प्रभु श्रीराम के वंशज हैं। इसलिए ये लोग राम मंदिर का विरोध न करें, और जो राम मंदिर का विरोध कर रहे हैं वो भी समर्थन में आ जाये वरना उनसे हिंदू नाराज़ हो जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री के इसी बयान पर आपत्ति जताते हुए सावित्री फुले ने कहा कि चुनाव आता है तो मंदिर-मस्जिद के साथ ही हिन्दू-मुस्लिम का मुद्दा उठाकर लोगों को गुमराह किया जाता है, लेकिन जनता को अब मंदिर नहीं चाहिए, बल्कि लोगों को रोज़गार, सम्मान और अधिकार चाहिए। उन्होंने यह बात इलाहाबाद में मीडिया से बात करते हुए कही।

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बीजेपी सांसद ने इसके साथ ही राम मंदिर पर टिप्पणी करते हुए कहा कि आयोध्या में खुदाई के दौरान भगवान बुद्ध की प्रतिमा मिली थी, इसलिए वहां भगवान बुद्ध की प्रतिमा स्थापित की जानी चाहिए।

यही नहीं, बीजेपी सांसद ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज किए जाने पर भी नाराज़गी जताई है। उनका आरोप है कि सरकार मुख्य मुद्दों से ध्यान भटकाकर महज वोट के लिए नाम बदलने की राजनीति कर रही है।

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सावित्री फुले ने बीजेपी को दलित विरोधी बताते हुए कहा कि आरएसएस और बीजेपी संविधान में बदलाव चाहती है। यह दलितों के अधिकार का हनन है। इसके खिलाफ़ वह लड़ाई जारी रखेंगी।

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