प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले से ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ का नारा दिया। मगर देश में लगातार घट रही बलात्कार की घटनाओं को देख ऐसा लगने लगा है की बेटी बचाओ भी महज एक जुमला था। इस मामले पर अभिनेत्री और पूर्व राज्यसभा सांसद शबाना आज़मी ने बड़ा बयान दिया है।
शबाना आज़मी ने कहा है कि ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ योजना के प्रभावी बनने के लिए हमारी बेटियों का जिंदा रहना जरूरी है। उन्होंने कहा कि “हमारी महिलाओं ने अपने संबंधित करियर में बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं और कई जगहों पर अगुवाई की है, लेकिन दूसरी ओर हम ऐसी खबरें पढ़ते और देखते हैं, जिसे बयान करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं है।
शबाना आज़मी ने बातें 20वें बेटी एफएलओ ग्रेट अवॉर्ड्स-2018 में कही। उन्होंने कहा कि हमारा देश एक ही वक़्त में कई सदियों में जी रहा है, उन्होंने कहा कि हम 18वीं, 19वीं, 20वीं और 21वीं सदी में एक ही समय में रह रहे हैं और इसका अनुभव हम देश में महिलाओं के साथ हो रहे व्यवहार में कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसमें कोई शक नहीं हमारी महिलाओं ने कई बड़ी उपलब्धियां हासिल की हैं और कई जगहों भी अगुवाई कर रही है। लेकिन जिस तरह की घटना हम आजकल देख रहे जिसके लिए मेरे पास शब्द तक नहीं है।
शबाना आज़मी ने बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ पर कहा कि हमें इस बारें में बोलने की ज़रूरत नहीं बल्कि इससे पहले हमारी बेटियों का जिंदा रहना भी ज़रूरी है।