पूरे देश में ‘भारत बंद’ का व्यापक असर देखने को मिल रहा है। दिल्ली, पंजाब, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और ओडिशा समेत दक्षिण भारत में भी लोग Sc/St (अत्याचार निरोधक) एक्ट में हुए बदलाव का विरोध कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर सुबह से ही #BharatBandh टॉप ट्रेंडिंग है।
तमाम राजनीतिक, सामाजिक संगठनों ने भारत बंद को अपना समर्थन दिया है। दिल्ली के संसद मार्ग पर भारत बंद के समर्थन सामाजिक न्याया के पुरोधा शरद यादव समेत कई नेता इक्ट्ठा हुए। शरद यादव ने मंच से अदालत में आरक्षण की वकालत करते हुए कहा कि…
”देश की संसद ये कानून बनाए कि अदालतों में भी आरक्षण हो। तुम ही (गैर-बहुजन) कानून बनाओ तुम ही व्यवस्था चलाओ अब ये नहीं चलेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि ”मुझे संसद से निकाला तो मैं संसद के सामने खड़े होकर चुनौती देता हूँ कि जब तक इस देश के पिछड़े दलितों को न्याय नहीं दिला दूंगा तब तक शांत नहीं बैठूंगा, इसके लिए किसी राजनीतिक पार्टी की जरूरत नहीं है।”
बीजेपी को दलित-पिछड़ा विरोधी बताते हुए शरद यादव ने कहा कि ”दलित पिछड़ों की एकता ही इस अत्याचारी सरकार को सबक सिखाएगी। यूपी में सपा बसपा के साथ आते ही पता नहीं चला कि भाजपा कैसे एक झटके में साफ हो गई। देशभर में इसी एकता से भाजपा का सफाया कर देंगे।”