यौन उत्पीड़न के मामले में आरोपी जवाहर लाल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर अतुल जौहरी को पटियाला हाउस कोर्ट से ज़मानत मिल गई है। इससे पहले दिल्ली पुलिस ने जेएनयू छात्रों के बढ़ते हंगामें को देखते हुए जौहरी को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था।

गिरफ़्तारी के फ़ौरन बाद मिली ज़मानत पर जेएनयू की पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष शेहला राशिद ने तीखी टिप्पणी की है।

दिल्ली पुलिस पर निशाना साधते हुए उन्होंने एक ट्वीट के ज़रिए कहा, “दिल्ली पुलिस ने न्याय व्यवस्था का मज़ाक बनाया है। जौहरी को गिरफ़्तार करने में 5 दिन लगते हैं और बेल में महेज़ 5 मिनट”।

इससे पहले जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष गीता ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा था कि जौहरी संघी सोच के हैं इसलिए पुलिस और प्रशासन उन्हें बचाने की कोशिश कर रहा है।’

ग़ौरतलब है कि सोमवार को वसंत कुंज थाने पर छात्रों के हंगामे के बाद पुलिस ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ 8 विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया था। चार छात्राओं ने आरोपी प्रोफेसर के खिलाफ यौन उत्पीड़न के बयान दर्ज कराए थे।

बीते गुरुवार, 15 मार्च को जेएनयू की कुछ छात्राओं ने प्रोफेसर अतुल जौहरी के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत की थी। स्कूल ऑफ लाइफ साइंसेज  की 9 छात्राओं ने मीडिया के सामने आरोप लगाया कि प्रोफेसर अतुल जौहरी अक्सर यौन प्रवृत्ति वाली टिप्पणियां करते हैं, खुलेआम सेक्स के लिए कहते हैं।

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