नोटबंदी के बाद एक बार फिर लोग दर-दर भटकने को मजबूर हैं। सोमवार शाम से ही बीजेपी शासित चार बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार और मध्य प्रदेश में नकदी पैसे नहीं मिल रहे हैं, यहाँ पैसों की भारी किल्लत हो गई है।

कैश की कमी को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने साजिश बताया है। लेकिन साजिश करेगा कौन? क्योंकि केंद्र और राज्य में उन्हीं की पार्टी बीजेपी की सरकार है। अगर शिवराज की बात को आधार बनाकर सच माना जाए तो क्या बीजेपी की मोदी सरकार उत्तर प्रदेश, गुजरात, बिहार और मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकारों को नहीं चलने देना चाहती? जिसकी वजह से इन राज्यों में नोटों की आपूर्ति नहीं हो रही है।

इन राज्यों में नकदी ना होने से एटीएम मशीने खाली हैं, जिससे लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इस समय यहाँ ठीक वैसे ही हालत हो रहे हैं जैसे 8 नवंबर 2016 के बाद पैदा हुए थे। जबकि मोदी सरकार ने दावे किए थे कि अब हालात सामान्य हो चुके हैं।

बता दें कि मोदी सरकार ने नोटबंदी को लेकर जितने भी दावे किए थे, रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया ने लगभग उन सबको गलत बता चूका है। नोटबंदी के बाद एटीएम की लइनों में 100 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी और 15 लाख लोगों की नौकरियां चली गईं थी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश ले लोगों को नोटबंदी के फायदे तो गिनवा दिए लेकिन सच्चाई यह है कि नोटबंदी का दंश हिंदुस्तान अभी तक झेल रहा है।

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