उत्तर प्रदेश के कासगंज में दलित युवक के घोड़ी चढ़कर बारात न निकाल पाने को लेकर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा है।

उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में दलितों को बारात तक निकालने की इजाज़त नहीं है। दलित आंदोलन की यह भी एक वजह है।

सिद्धारमैया ने टाइम्स ऑफ़ इंडिया की एक रिपोर्ट को ट्विटर पर शेयर करते हुए लिखा, “उत्तर प्रदेश में पुलिस -प्रशासन दलित दूल्हे से कहता है कि वो उच्च जाति के इलाके से बारात नहीं निकाल सकता।

एससी-एसटी उत्पीड़न एक्ट में बदलाव के ख़िलाफ़ जो भारत बंद हुआ और बीजेपी शासित चार राज्यों में हिंसक हो गया। उसके पीछे लाखों कारणों में से एक टाइम्स ऑफ़ इंडिया की यह रिपोर्ट भी है”।

यूपी के हाथरस ज़िले के संजय कुमार और शीतल की शादी कासगंज के निजामपुर गांव में 20 अप्रैल को होनी है। इसके लिए संजय कुमार ने स्थानीय पुलिस से संपर्क कर बारात निकालने की अनुमति मांगी थी, लेकिन पुलिस ने अनुमति देने से मना कर दिया था।

पुलिस ने कहा कि वह इलाका उच्च जाति के लोगों का है, उनके बारात निकालने से वहां हिंसा हो सकती है। यही नहीं 21 मार्च को कासगंज पुलिस और प्रशासन ने संजय को बारात निकालने के लिए 800 मीटर लंबे रास्ते का इस्तेमाल करने का सुझाव दिया था।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here