त्रिपुरा में सत्ता हासिल करने के 48 घंटे बाद ही लेनिन की मूर्ति तोड़ दी गई। पांच मार्च को त्रिपुरा के बेलोनिया शहर के सेंटर ऑफ कॉलेज स्कॉयर में खड़ी लेनिन की प्रतिमा को जेसीबी मशीन से गिरा दिया।

11.5 फुट फाइबर ग्लास की ये प्रतिमा पांच साल पहले 2013 में CPIM द्वारा चुनाव जीतने के बाद लगाई गई थी।

सोशल मीडिया पर लेनिन की प्रतिमा गिराए जाने की वीडियो शेयर की जा रही है। इस वीडियो में साफ दिख रहा है कि प्रतिमा
गिरने का जश्न मनाने वाले लोगों ने बीजेपी की टोपी पहनी हुई है।

मूर्ति गिराते वक्त भारत माता की जय के नारे लगाए जा रहे थे। एसपी के मुताबिक बीजेपी कार्यकर्ताओं ने बुलडोजर ड्राइवर को
शराब पिलाकर मूर्ति को गिरवाया। ड्राइवर को गिरफ्तार किया जा चुका है और उसके बुलडोजर को सीज कर दिया गया है।

त्रिपुरा में जिन इलाकों से हिंसा की घटनाओं की जानकारी मिल रही थी, वहां धारा 144 लागू कर दी गई है। बीजेपी के नेता
राम माधव ने लेनिन की प्रतिमा तोड़े जाने का समर्थन करते हुए ट्वीट भी किया। हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट
कर दिया।

लेनिन की मूर्ति गिराए जाने की घटना पर प्रतिक्रिया देते CPIM के नेता सीताराम येचुरी ने कहा है कि ‘त्रिपुरा में जो हिंसा हो रही है, यह स्पष्ट है कि RSS-BJP का रूझान क्या है। हिंसा के अलावा उनका राजनीतिक भविष्य कुछ नहीं है। त्रिपुरा की जनता इसका जवाब देगी।’

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