देश कल नवरात्रि का पहला दिन मना रहा था। इस शुभ दिन मान्यता है की देवी घर पर आती है। मगर उत्तर प्रदेश में उसी देवी रूप में आने वाली बेटी को बलात्कार करने के बाद उसे पेड़ से टांग दिया जाता है। ये मामला प्रदेश की राजधानी लखनऊ का है 6 साल की बच्ची जो 15 मार्च से लापता थी उसकी लाश जंगल में मिली है।
दरअसल जब प्रदेश की सरकार अपनी सीट गवा चुकी थी नतीजे आ चुके थे। ठीक उसी वक़्त लखनऊ की 6 साल की बच्ची को 15 मार्च से गायब थी कल देर शाम जब मासूम बच्ची का शव जंगल में में पेड़ से लटका मिला है।
लखनऊ के मडियांव थाना इन चार्ज अमरनाथ यादव ने बताया कि बच्ची कक्षा 2 में पढ़ती थी, वह 15 मार्च को स्कूल से वापस नहीं लौटी थी। जिसके बाद बच्ची के पिता ने शिकायत दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके पड़ोसी और पत्नी ने मिलकर बच्ची का अपहरण किया है।
थाना एन चार्ज ने बताया कि परिवार और पुलिस बच्ची की तलाश कर रही थी तभी बच्ची का शव हमे कोलवा के जंगल में पेड़ से लटका मिला, बच्ची का शव तकरीबन सड़ चुका था। बच्ची इस वक्त स्कूल की ड्रेस में थी। बच्ची को उसी की बेल्ट से गले से बांधकर पेड़ पर लटकाया गया था। शव को देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है कि जिस दिन बच्ची लापता हुई थी, उसी दिन उसे मार दिया गया था।
बच्ची के पिता ने आरोप लगाया है कि उनकी बेटी का रेप के बाद मर्डर किया गया है, लेकिन पुलिस ने इस आरोप से इनकार किया है। इस घटना के बाद रविवार देर रात एसएसपी दीपक कुमार ने अमर नाथ यादव को पुलिस लाइन ट्रांसफर कर दिया और सब इंसपेक्टर वीरपाल को मामले में लापरवाही की वजह से सस्पेंड कर दिया है।
पुलिस ने पड़ोसी पर आरोप लगने के बाद बृजेश और उशकी पत्नी आशा को गिरफ्तार कर लिया है अब भी उनसे पूछताछ जारी है।
पिता ने लगाया आरोप नहीं सुन रही थी पुलिस
इस मामले को लेकर बच्ची के पिता ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि मडियांव पुलिस ने आरोपी पड़ोसी और उसकी पत्नी को 16 मार्च को पूछताछ के लिए बुलाया था, लेकिन बाद में उन्हें जाने दिया था। वही बच्ची के पिता का आरोप है कि आशा और बृजेश ने बदले की भावना से इस घटना को अंजाम दिया है।