बिहार में एक बार फिर बीजेपी के ख़िलाफ़ जनआक्रोश देखने को मिला। केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी नेता राम कृपाल यादव के बाद अब केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को लोगों के ग़ुस्से का सामना करना पड़ा।
दरअसल, बीजेपी नेता स्मृति ईरानी भारतीय जनता युवा मोर्चा के कार्यक्रम युवा संकल्प सम्मेलन में शामिल होने के लिए गोपालगंज पहुंची थीं। इसी दौरान उन्हें सवर्ण समाज के लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा।
सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने एससी-एसटी एक्ट में संशोधन के विरोध में उन्हें काले झंडे दिखाए और केंद्र सरकार के खिलाफ़ नारे लगाए।
बताया जा रहा है कि बीजेपी के कार्यकर्ताओं को सवर्ण समाज के लोगों का यह विरोध बर्दाश्त नहीं हुआ और वह सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं से भिड़ गए। हालांकि पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करा दिया। इस मामले में पुलिस ने स्वर्ण सेना के कुछ कार्यकर्ताओं को हिरासत में भी लिया है।
वहीं कार्यक्रम से पहले स्मृति ईरानी के शहर में लगे पोस्टरों पर बीजेपी से नाराज़ लोगों ने कालिख पोत दी थी। हालांकि बाद में बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उन पोस्टरों को हटाकर वहां दूसरे पोस्टर लगा दिए थे।
बता दें कि इससे पहले मंगलवार को केंद्रीय मंत्री राम कृपाल यादव को भी मुजफ्फरपुर में भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। स्वर्ण समाज के लोगों ने उनकी गाड़ी को रोक कर स्याही फेकी दी थी। स्वर्णों ने काले झंडे दिखाकर जोरदार प्रदर्शन भी किया था।
वहीं, इससे पहले सवर्ण सेना के कार्यकर्ताओं ने आरक्षण के मुद्दे पर केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे, बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और बीजेपी नेता मनोज तिवारी का भी विरोध किया था।