उत्तर प्रदेश में बसपा के उम्मीदवार को राज्यसभा न पहुँचने देने की ख़ुशी भाजपा मना रही है। लेकिन इसका कारण भाजपा का राजनीतिक कद नहीं बल्कि उसके द्वारा चुनाव में धनबल का प्रयोग है। सपा के एक विधायक ने भाजपा पर खरीद-फरोख्त का बड़ा आरोप लगाया है।
मेरठ शहर से विधायक रफीक अंसारी ने कहा कि क्रॉस वोटिंग करने के लिए उनको दस करोड़ रुपये का ऑफर मिला था। विधायक अंसारी ने बताया कि राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के लिए उन्हें मेरठ भाजपा के विधायक तथा पूर्व विधायक की तरफ से क्रॉस वोटिंग करने पर 10 करोड़ रुपये का ऑफर दिया गया था।
रफीक ने बताया कि उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया क्योंकि वह समाजवादी पार्टी के सच्चे कार्यकर्ता हैं और पार्टीलाइन से हटकर कोई कार्य नहीं करते।
उन्होंने यह भी बताया कि पार्टी की ओर से उन्हें बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी को वोट करने का निर्देश मिला था, इसलिए उन्होंने बसपा प्रत्याशी को ही वोट दिया।
बता दें, कि इससे पहले भी भाजपा पर चुनाव के दौरान नेताओं के खरीद-फरोख्त के आरोप लग चुके हैं। पिछले साल गुजरात चुनाव के दौरान हार्दिक के सहयोगी नरेंद्र पटेल ने आरोप लगाया था कि उन्हें भाजपा में शामिल होने के लिए एक करोड़ रूपये की पेशकश की गई।