त्रिपुरा चुनाव के बाद शुरू हुआ स्मारकों पर हमले होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। उत्तर प्रदेश में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम में ‘रामजी’ जोड़े जाने पर जारी विवाद के बीच अब दो-दो जगहों पर उनकी मूर्ति तोड़े जाने की घटना सामने आई है।
क्षतिग्रस्त मूर्ति की तस्वीर सामने आई है जिसमें दिख रहा है कि धड़ से सिर को अलग कर दिया गया है। इसके अलावा उस चबूतरे को भी तोड़ने की कोशिश की गई है जिस पर अंबेडकर की मूर्ति खड़ी थी।
पहला मामला इलाहाबाद का है। जहां झूंसी के शांतिपुरम इलाके में भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति तोड़ दी गई। इस घटना के बाद पूरे इलाके में भारी तनाव है। दूसरा मामला सिद्धार्थनगर जिले का है। जहां डुमरियागंज थाना क्षेत्र के गौहनिया में देर रात शरारती तत्वों ने अम्बेडकर की मूर्ति को क्षतिग्रस्त कर दिया। मूर्ति तोड़े जाने के बाद ग्रामीणों में काफी रोष है।
मूर्ति तोड़े जाने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए फूलपुर लोकसभा सीट से समाजवादी पार्टी के सांसद नागेंद्र सिंह पटेल धरने पर बैठ गये हैं।
उत्तर प्रदेश में अंबेडकर की मूर्ति तोड़े जाने का कोई पहला मामला नहीं है। पिछले दिनों आजमगढ़ के कप्तानगंज के राजापट्टी गांव में संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा तोड़ दी गई थी। इससे पहले मेरठ में कुछ असामाजिक तत्वों ने प्रतिमा को नुकसान पहुंचाया था।