विश्व बैंक ने नया ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स यानि मानव पूंजी सूचकांक जारी कर दिया है। भारत के लिए ये रिपोर्ट चिंताजनक है क्योंकि रिपोर्ट में भारत को 115वें स्थान पर रखा गया है। इस रिपोर्ट में शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सुविधाओं के आधार पर भारत को महज़ 0.44 अंक मिले हैं।

इस रिपोर्ट में नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और बांग्लादेश जैसे पड़ोसी देशों को भी भारत से आगे रखा गया है, जो काफी चिंताजनक है।

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हालांकि भारत की स्थिति इस रिपोर्ट में पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान से बेहतर है। लिस्ट में अफ़ग़ानिस्तान को 133वें तो पाकिस्तान को 134वें स्थान पर रखा गया है।

वहीं, सिंगापुर ने इस रिपोर्ट में पहला स्थान हासिल किया है। पोल आधारित इस रिपोर्ट में सिंगापुर के बाद साउथ कोरिया, जापान, हांगकांग और फिनलैंड जैसे देशों का नाम शामिल है।

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वहीं, भारत सरकार ने इस रिपोर्ट को मानने से ही इनकार कर दिया है। वित्त मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि इस रिपोर्ट में मानव पूंजी के विकास के लिए सरकार ने जो कदम उठाए हैं उन्हें शामिल नहीं किया गया है।

मंत्रालय ने बयान में कहा कि रिपोर्ट में समग्र शिक्षा अभियान, आयुष्मान भारत कार्यक्रम, प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना, प्रधानमंत्री जनधन योजना आदि पर गौर नहीं किया गया है।

क्या है ‘ह्यूमन कैपिटल इंडेक्स’ ?

इसमें बच्चों के जीवित रहने की संभावना, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे पैमानों पर 157 देशों का आकलन किया जाता है। इस रिपोर्ट में भारत को नेपाल, श्रीलंका, म्यांमार और बांग्लादेश से भी नीचे 115वें स्थान पर रखा गया है।

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5 साल से कम उम्र के बच्चों की मृत्यु दर, 18 साल की उम्र तक स्कूली शिक्षा और 15 साल के किशोरों के 60 साल तक बचने की संभावना जैसे मानकों के आधार पर तैयार किया गया है।

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