सीबीएसई बोर्ड के 10वीं की मैथ और 12 वीं की इकोनॉमिक्स की परीक्षा दोबारा कराने के फैसले का अब विरोध तेज़ हो गया है। छात्र अब सड़कों पर उतर कर सरकार और सीबीएसई बोर्ड के ख़िलाफ नारेबाज़ी कर रहे हैं। छात्रों का कहना है कि पूरे मामले के लिए बोर्ड और सरकार ज़िम्मेदार है।

स्वतंत्र पत्रकार स्वाति चतुर्वेदी ने छात्रों के इस प्रदर्शन की एक तस्वीर ट्विटर पर शेयर की है। तस्वीर में एक छात्रा हाथों में तख़्ती लिए खड़ी है, जिसमें लिखा है, “जो एक पेपर नहीं संभाल पाए, वो हमारा फ़्यूचर कैसे संभाल रहे हैं”!

तस्वीर को शेयर करते हुए स्वाती ने लिखा, “क्या मोदी सरकार ने समाज का कोई भी तबक़ा ऐसा नहीं छोड़ा जो उससे दुखी न हो? पहली बार वोटर्स आपको (पीएम मोदी) संदेश भेज रहे हैं।

वहीं प्रदर्शन कर रहे छात्रों और अभिभावकों का कहना है कि या तो सभी विषयों की परीक्षा फिर से होनी चाहिए या फिर किसी भी विषय की नहीं। अभिभावकों का कहना है कि परीक्षा के लिए बच्चों के ऊपर मनोवैज्ञानिक दबाव होता है।

अभिभावकों ने कहा कि जिन बच्चों ने पूरी मेहनत और ईमानदारी से अपनी परीक्षा दी उन्हें भी सरकार और बोर्ड की नाकामी की वजह से फिर से परीक्षा के तनाव से गुज़रना होगा।

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