राफेल डील को लेकर सबसे बड़ा खुलासा हुआ है मगर गोदी मीडिया शांत है। कुछ एक न्यूज़ चैनलों को छोड़ दें तो राफेल पर हुए नए खुलासे को दिखाने का जोखिम किसी ने नहीं उठाया। तमाम टीवी चैनल बेशर्मी से इस मुद्दे से ध्यान हटाने में लग गए।
सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक राफेल डील पर भले ही सवाल उठने लगे हों मगर गोदी मीडिया सरकार के भोंपू होने का पूरा फर्ज निभा रहा है।
हिंदी चैनलों से लेकर अंग्रेजी चैनलों तक शोर मचाकर अपनी बात मनवा लेने वाले प्राइम डिबेट शो में राफेल डील में हुए खुलासे को नहीं दिखाया जा रहा है। ऐसा भी नहीं होता कि कोई भी डिबेट या प्राइम टाइम पहले से रिकॉर्ड हो, सभी चैनल डिबेट को लाइव दिखाने का दावा करते है।
खुद को देश बताने वाला मीडिया राफेल डील में हुए खुलासे को लेकर भले ही मोदी सरकार ने कोई अधिकारिक प्रेस कांफेरंस नहीं की है मगर मोदी सरकार के ‘मीडिया पार्टनर’ जी न्यूज़ ने इस मामले पर हमेशा की तरह विपक्ष पर सवाल खड़ी करती नज़र आई और सरकार का बचाव करती हुई नज़र आई।
आमतौर पर कांग्रेस के घोटालों की खबरों पर अपनी बेबाक राय रखने वाले सुधीर चौधरी ने अपने शो डीएनए में राफेल डील में हुए खुलासे की बात बताई।
उसके बाद आगे जोड़ते हुए उन्होंने कहा आखिर फ़्रांस पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने जो कहा वो किसके इशारे पर ये सब कुछ कहा है? क्या ये भी महज एक आरोप ही है, उससे ज्यादा कुछ नहीं।
अपने शो में चौधरी ने कहा कि इस मामले पर जो राजनीति कर रहे है उन्हें खुद मालूम नहीं राफेल क्या हैं? पूरे वीडियो सुधीर चौधरी ने पहले खुलासे की ख़बर बताई उसके बाद मोदी सरकार की वकालत करने में लगे रहे। मगर मोदी सरकार पर एक भी सवाल नहीं खड़े किये और उल्टा कांग्रेस पर ही निशाना साधते रहे।
राफेल को लेकर हुए खुलासे में रिपब्लिक न्यूज़ चैनल पर वैसी ही ख़ामोशी देखी गई जैसे खुलासे के बाद बीजेपी नेताओं में होती है। आमतौर पर सरकार का पर्दाफाश करने वाले अर्नब पीएम मोदी की तरह मौन थे।
वो केरल में बिशप की हुई गिरफ़्तारी पर बहस कर रहे थे इसके बाद उन्होंने ‘भारत पाकिस्तान से बात नहीं करेगा’ इस मामले पर डिबेट करने लगे मगर प्राइम टाइम में राफेल को जगह नहीं दी।