कर्नाटक में मुख्यमंत्री येदियुरप्पा ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करते हुए लक्ष्मण सावदी को उप मुख्यमंत्री बनाया है। लक्ष्मण सावदी वही नेता हैं, जो साल 2012 में विधानसभा में पो र्न देखते हुए पाए गए थे। ऐसे नेता को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर विवाद शुरु हो गया है।

दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने इसपर प्रतिक्रिया देते हुए बीजेपी की जमकर आलोचना की। उन्होंने ट्विटर के ज़रिए कहा, “जो कर्नाटक विधानसभा की कार्यवाही छोड़ अश्लील विडीओ देख रहा है, उसे उपमुख्यमंत्री बनाया गया। जिसको लोकतंत्र के मंदिर & महिलाओं का मान नहीं, उसे गरिमामई पद दिए जा रहे हैं! बस रसूख़ चाहिए। जब आज तक सेंगर को विधायक बना रखा है, तो इनका ही क्या बिगड़ेगा!”

लक्ष्मण सावदी के साथ ही डॉ अश्वत नारायण और दलित नेता गोविंद करजोल को भी उप मुख्यमंत्री बनाया गया है। हालांकि विवाद सिर्फ लक्ष्मण सावदी के नाम पर ही देखने को मिला। बीजेपी विधायक और सीएम के सहयोगी एमपी रेनुकाचार्य ने भी लक्ष्मण सावदी को उप मुख्यमंत्री बनाए जाने पर ऐतराज़ जताया।

वहीं इस मामले पर लक्ष्मण ने जवाब देते हुए कहा कि मुझे डिप्टी सीएम किसी और ने नहीं बल्कि राज्य और केंद्र के नेताओं ने बनाया है। मैंने पार्टी से कभी कोई पद नहीं पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने मुझे ये पद दिया जो मैं स्वीकार करता हूँ।

कर्नाटकः विधानसभा में पोर्न देखने वाले लक्ष्मण सावदी बने डिप्टी CM, बोले- वरिष्ठ नेताओं ने पद दिया

ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर बीजेपी किन मजबूरियों के चलते ऐसे नेताओं को डिप्टी सीएम के तौर पर नियुक्त कर रही है? जिसकी छवि पहले से ही ख़राब हो चुकी है, साथ ही वो चुनाव भी हार चुका है।

बता दें कि लक्ष्मण पिछली बार तभी सुर्ख़ियों में आए थे जब साल 2012 में वो विधानसभा में पोर्न देखते हुए पकड़े गए। जब इसकी वीडियो सामने आई थी तो उन्होंने इस मामले पर सफाई देते हुए कहा था कि मैं वीडियो सिर्फ शिक्षा पाने के लिए देख रहा था जिससे मुझे रेव पार्टी के बारे में पता लग सके। हालाकिं इसके बाद जब इस मामले में हंगामा बढ़ा तो लक्ष्मण के साथ साथ सीसी पाटिल और कृष्णा पालेमर को कर्नाटक में मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था।

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