‘पूरे पटना में अघोषित एमरजेंसी सा हालात है, लोग भूखे-प्यासे अपने घरों में कैद हैं, कई लोगों का घर भी पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है। हालात ये है कि पटना को पेरिस बनाने का दावा करने वाले उपमुख्यमंत्री भी झोला-बैग लेकर सपरिवार सड़क पर आ गए हैं!’ ये बयान बिहार के पूर्व स्वास्थ मंत्री तेज प्रताप यादव ने दिया है।
पूरे पटना में अघोषित एमरजेंसी सा हालात है, लोग भूखे – प्यासे अपने घरों में कैद हैं, कई लोगों का घर भी पूरी तरह से जलमग्न हो चुका है। हालात ये है कि पटना को पेरिस बनाने का दावा करने वाले उपमुख्यमंत्री भी झोला – बैग लेकर सपरिवार सड़क पर आ गए हैं! pic.twitter.com/QE8L3CA6ZR
— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) September 30, 2019
दरअसल बिहार के कई इलाकों में पिछले कई दिनों ने बारिश हो रही है। अस्पताल, स्कूल, थाना जेल मॉल बाज़ार सब्जी मदी हर जगह सिर्फ पानी ही पानी नज़र आ रहा है। इलाकों में लगातार बढ़ रहे जलस्तर के कारण शहर में ही हजारों की संख्या में लोग अपने घरों में फंस गए हैं।
ऐसे में एनडीआरएफ और अन्य आपदा प्रबंधन की टीमें युद्धस्तर पर लोगों के रेस्क्यू का काम कर रही हैं। बारिश में पानी भरने के चलते आम लोगों के साथ साथ खास लोग यानी की उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी पानी में फंस गए।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो उप मुख्यमंत्री जो पटना (Patna) के राजेंद्र नगर इलाके में थे और पिछले चार दिनों से पानी के चलते फंसे हुए थे। बाद में एनडीआरएफ (NDRF) की टीम वहां पहुंची और नाव पर बैठा कर उन्हें किनारे पर छोड़ा। सूत्रों के अनुसार, इस दौरान उनका परिवार भी उनके साथ था।
बता दें कि बिहार के कई बारिश के कारण में हालात गंभीर बने हुए हैं। मरने वालों का आंकड़ा 29 तक पहुंच गया है। मौसम विभाग ने आशंका जताई है कि अभी बारिश से राहत नहीं मिलेगी, आपदा प्रबंधन विभाग के अनुसार, गया में 6 लोगों की मौत हुई है। इसमें 5 लोगों की मौत एक दीवार के नीचे दबने से हुई है। वहीं एक आदमी की मौत नदी में बहने के कारण हुई है।