इस महीने की 17 मार्च को बिहार के भागलपुर में हुई हिंसा में मोदी सरकार के मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे के नाम FIR दर्ज होने के बाद सियासत तेज हो गई है। जहां एक तरफ अश्विनी चौबे FIR को एक कचरे के एक टुकड़ा बता रहे हैं वहीँ राजद नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अब इस मामले पर उनके बेटे पर सरेंडर न करने पर सवाल खड़े किये है।
इस पर आरजेडी के नेता और पूर्व उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार सरकार पर हमला बोला है। तेजस्वी यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जवाब देना होगा कि कोर्ट की तरफ से गिरफ्तारी का वॉरंट जारी होने के बाद भी क्यों अरिजित शाश्वत खुले घूम रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश का सरकार पर कंट्रोल नहीं है और सरकार नागपुर से चल रही है। यह दिखाता है कि वह कितने कमजोर हो चुके हैं।
वही इस पूरे मामले पर अश्विनी चौबे के बेटे अरिजित शाश्वत ने भी सफाई देते हुए कहा है कि मुझे सरेंडर क्यों करना चाहिए? कोर्ट वारंट जारी करता है लेकिन अदालत आश्रय भी देती है। एक बार जब आप अदालत में जाते हैं तो आप केवल वही करेंगे जो वह आपके लिए तय किया गया होता है। इससे पहले अरिजित शाश्वत ने कहा था कि मैं न्यायालय की शरण में हूं। भागते वो है, खोजना उनको पड़ता है जो कहीं गायब हो गए हो। मैं समाज के बीच में हूं।