5 जुलाई, 2017 को सीबीआई ने लालू प्रसाद, राबड़ी देवी व तेजस्वी यादव समेत आठ लोगों पर FIR दर्ज किया। ये मामला था रेलवे टेंडर घोटाले का। लालू यादव और तेजस्वी पर रेलवे के होटल के बदले पटना के बेली रोड पर दो एकड़ जमीन अपने नाम लिखवाने का आरोप है। इसी आरोप को मुद्दा बनाकर नीतीश कुमार राजद से अलग हुए और बीजेपी का दामन थाम लिया।
लेकिन हैरानी की बात ये है कि आज 10 महीने बाद भी इस मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं की गई है। नीतीश कुमार तेजस्वी पर लगे आरोप का सहारा लेकर बीजेपी की गोद में चले तो गए लेकिन आजतक उन आरोपों को साबित नहीं कर पाए हैं।
आखिर क्या वजह है? बिहार पुलिस नीतीश कुमार के पास है, सीबीआई उनकी सहयोगी पार्टी बीजेपी के पास है… बावजूद इसके तेजस्वी के खिलाफ चार्जशीफ फाईल क्यों नहीं की जा रही है।
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री व लालू यादव के बेटे तेजस्वी यादव खुद सुशासन बाबू को चैलेंच कर रहे हैं। तेजस्वी यादव ने मंगलवार को एक के बाद एक दो ट्वीट किए। इन ट्वीट्स में तेजस्वी ने नीतीश कुमार और सीबीआई को खुला चैलेंज दिया कि अगर वो गलत हैं तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
तेजस्वी ने अपने पहले ट्वीट में लिखा ‘तेजस्वी ने गुनाह किया है ना…उस पर FIR है ना…तो करो ना चार्जशीट? अरे डरपोक षडयंत्रकारियों 9 महीने हो गए है मेरे ऊपर FIR किए हुए। नौ महीने में तो बच्चा भी हो जाता है। शेर के बच्चे तेजस्वी का तो कुछ नहीं बिगड़ा लेकिन हाँ, नीतीश कुमार ज़रूर आपकी गोद में खेल रहे है।’
तेजस्वी ने गुनाह किया है ना…उस पर FIR है ना…तो करो ना चार्जशीट? अरे डरपोक षडयंत्रकारियों 9 महीने हो गए है मेरे ऊपर FIR किए हुए।
नौ महीने में तो बच्चा भी हो जाता है। शेर के बच्चे तेजस्वी का तो कुछ नहीं बिगड़ा लेकिन हाँ, नीतीश कुमार ज़रूर आपकी गोद में खेल रहे है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) April 3, 2018
दूसरे ट्वीट में लिखा ‘सदन से लेकर सड़क तक सरेआम सुशील मोदी को चुनौती दे चुका हूँ कि अपनी CBI को कहे तेजस्वी पर चार्जशीट करें।
देश में है कोई ऐसा नेता जो ख़ुद पर चार्जशीट करने की बार-बार चुनौती देता हो? सुनो BJP वालों, CBI के नाम पर Table Politics करने वाले नीतीश कुमार जैसों को डरा सकते हो हमें नहीं।’