बिहार के मुज़फ्फरपुर में भाजपा मंत्री की गाड़ी ने स्कूल से लौट रहें 9 मासूम बच्चों को रौंद दिया। मगर अफ़सोस ये खबर इतना बड़ा मुद्दा नहीं बन पाया जितनी दर्दनाक ये घटना हुई, और इसकी वजह रही कथित मेन स्ट्रीम मीडिया।
मामले में भाजपा नेता का नाम सामने आने पर मीडिया को सरकार पर गिरफ्तारी का दबाव बनाना चाहिए था मगर उन्होंने इस पूरी घटना पर खबर भर दिखाई।
जहां हर छोटे बड़े मुद्दों को न्यूज़ चैनल्स अपने प्राइम टाइम में जगह देते हैं, वहीं बच्चों कि इस घटना को मीडिया ने प्राइम टाइम लायक नहीं समझा। शायद हादसे में भाजपा मंत्री का नाम आ जाना वजह रही होगी।
इस पुरे मामले पर अलग अलग दल के नेता बिहार सरकार पर सवाल खड़े कर रहें हैं। मगर मीडिया के इस रवैये पर तेजश्वी यादव ने सवाल किये हैं। राजद नेता तेजश्वी यादव ने मीडिया से सवाल करते हुए कहा कि मीडिया के लिए ये एक अतिसामान्य घटना थी क्योंकि बच्चे गरीब थे।
तेजश्वी यादव ने ट्विटर पर लिखा, “राष्ट्रीय मीडिया के लिए नीतीश कुमार और सुशील मोदी के बेहद करीबी हत्यारे भाजपाई नेता द्वारा 10 स्कूली बच्चों को कुचल कर मारने की घटना अतिसामान्य है क्योंकि मरने वाले बच्चे बेहद गरीब और सरकारी स्कूल में पढ़ते थे।
अगर वो अमीरों के बच्चें होते तो यह प्राइम टाइम का गर्म विमर्श होता।”
बता दें कि जिस बोलेरो गाड़ी से ये हादसा हुआ था उसे बिहार से भाजपा नेता मनोज बैठा चला रहें थें। कहबर ये भी है कि भाजपा नेता नशे में गाड़ी चला रहें थें। वहीं भाजपा नेता के नाम आ जाने पर पुलिस ने भी साफ कह दिया है कि उन्हें ये अभी तक नही मालूम की गाड़ी किसकी है।
इस पुरे मामले में ऐसा लगता है कि आरोपी भाजपा नेता को बचाने की कोशिश की जा रही है।