कठुआ और उन्नाव दुष्कर्म का मामला तूल पकड़ चुका है। देशभर में इन घटनाओं को लेकर बीजेपी सरकारों के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन वारदातों पर बीजेपी के बड़े नेताओं की ख़ामोशी पर भी सवाल उठ रहे हैं। विपक्ष से लेकर कई वरिष्ठ पत्रकारों और कलाकारों ने इन मामलों में इंसाफ़ की मांग की है।

इसपर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने बीजेपी सरकार पर तंज़ कसते हुए ट्वीट कर लिखा, “अगर उन्नाव बलात्कार पीड़िता बहन और कठुआ बलात्कार मृतक 8 वर्षीय मासूम बच्ची मनुष्य योनि (औरत) की जगह अगर पशु योनि (गाय) में जन्म लेती तो शायद मोदी जी और अमित शाह की जोड़ी उनके इंसाफ़ के लिए ज़रूर कुछ कदम उठाती। लेकिन दुर्भाग्य से वो बलात्कार पीड़ित बहनें और बेटियां गाय नहीं है”।

तेजस्वी ने दूसरे ट्वीट में बीजेपी पर तीखा हमला करते हुए पूछा, “बलात्कारियों का प्रधान चौकीदार कौन है? बलात्कारियों का प्रधान सेवक कौन है? बलात्कारियों का प्रधान रक्षक कौन है? बलात्कारी किस धर्म के राक्षस हैं? सरकारी प्रधान पार्टी का सरकारी प्रधान कौन है? योग और जोग से भाजपाईयों को कौन बचा रहा है”?

बता दें कि उत्तर प्रदेश के उन्नाव गैंगरेप मामले में भाजपा के विधायक कुलदीप सेंगर को गिरफ्तार किया गया है। पीड़िता का आरोप है कि कुलदीप सेंगर ने अपने साथियों के साथ मिलकर उसका गैंगरेप किया। इतना ही नहीं पीड़िता के पिता की हत्या का आरोप भी विधायक पर लगाया जा रहा है।

वहीं जम्मू कश्मीर के कठुआ में धार्मिक दुर्भावना के चलते नाबालिग़ से हुए रेप के बाद बीजेपी नेताओं द्वारा आरोपियों को बचाने की कोशिश ने भी सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

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