साल 2014 में कथित रूप से मोदी लहर चली और देखते ही देखते माहौल बदल गया। हर तरफ नए नए नारे दिए जाने लगे। क्या मुसलमान, क्या दलित सभी एकदम से निशाने पर आ गए।
मुसलामानों को दुश्मन बताने के नए नए बहाने ईजाद किए जाने लगे। युवाओं के मन में नफरत भरने के लिए ‘लव जिहाद’ जैसे शब्द प्रचारित किए जाने लगे। हजारों प्रेमी जोड़े इसी राजनीति का शिकार हो चुके हैं।
इस बार मामला उत्तर प्रदेश का हैं जहां पुलिस वालों ने लड़की को इसलिए पीटा कि उसका बॉयफ्रेंड मुसलमान है।
जब इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो एक हेड कांस्टेबल और होमगार्ड के एक जवान को सस्पेंड कर दिया गया है।
क्या हुआ था
छात्रा ने पुलिस को दिए अपने बयान बताया कि वो अपने एक दोस्त के कमरे पर गई थी तभी अचानक विश्व हिन्दू परिषद् के लोग वहां पहुँच गए, लड़की के साथ अभद्रता की और मारपीट करने लगे। वो कहती रही कि वो पढ़ने के लिए अपने दोस्त के यहां आई थी मगर उसकी एक न सुनी गई और उसके बाद उन्हें पुलिस थाने ले गए।
पीड़िता ने टीवी चैनल पर कहा कि ‘लड़का मुसलमान था इसलिए उसे इतना परेशान किया गया।’
UP के मेरठ में पहले एक कट्टरवादी संगठन और फिर बाद में पुलिसिया हेट क्राइम की शिकार ये मेडिकल छात्रा आपसे जो कहना चाह रही है @myogiadityanath जी उसे आपको बड़े ध्यान से सुनना चाहिए। उम्मीद है कि इसके बाद आप इसके दिल में भर चुके ख़ौफ़ को ख़त्म करने के लिए कोई ठोस क़दम ज़रूर उठाएँगे। pic.twitter.com/7nboHrCS5y
— Samir Abbas (@TheSamirAbbas) September 26, 2018
सविंधान सबको आज़ादी देता है कि वो खुलकर जिंदगी गुजारे, किसी के दबाव में नहीं। मगर स्वघोषित धर्म रक्षक एक लड़की को दूसरे धर्म के लड़के से बचा लेना ही रक्षा समझते हैं। ये जगह-जगह आतंक फैलाते हैं।