बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा प्रधानमंत्री मोदी का था। जिसे पूरे देश में करोड़ों रूपए के विज्ञापन लगाकर प्रचारित किया गया।
लेकिन कई नारों के साथ यह नारा और वादा भी जुमला साबित होता दिख रहा है। हरियाणा भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला के बेटे विकास बराला के बाद उत्तर प्रदेश के भाजपा विधायक से बेटी नहीं बचा पा रही है मोदी सरकार।
हरियाणा में भी भाजपा आईएएस की बेटी नहीं भाजपा के बेटे को बचाती नजर आई थी। वहीं आज पूरी भाजपा की सत्ता भाजपा विधायक को बचाती नजर आ रही है।
पीड़िता पिछले एक साल से दर-दर भटककर न्याय की गुहार लगा रही है। जब थक गई तो मुख्यमंत्री आवास के सामने आत्मदाह करने पर उतर आई।
पीड़ित बेटी चीख-चीखकर आरोपी बलात्कारी विधायक का नाम ले रही है लेकिन पुलिस एक शिकायत तक दर्ज करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।
आज पुलिस हिरासत में बेटी के पिता की मौत हो गई। पिता बेटी के इंसाफ की गुहार लगा रहा था।
लेकिन जुल्म और जालिम इतने बड़े निकले की वो हार गया। भाजपा विधायक के गुंडों ने पुलिस हिरासत में पिता को बेरहमी से पीटा। ऐसा कई मीडिया संस्थान दावा कर रहे हैं।
पुलिस चुपचाप मूकदर्शक बनी कानून का तमाशा बनते देखते रही।
अब सवाल प्रधानमंत्री मोदी के बेटी बचाओ अभियान पर उठ रहे हैं। देखते हैं इस बेटी को इंसाफ मिलेगा या ये भी हार जाएगे अपने पिता की तरह।