क्या देश की शांति, सौहार्द और एकता को सबसे ज्यादा खतरा गोदी मीडिया से है? क्या गोदी मीडिया राष्ट्रवाद और हिंदुत्व के नाम पर राजनीतिक पार्टियों का एजेंडा चला रही है? कई प्रगतिशिल, बुद्धिजीवी वरिष्ठ पत्रकारों का जवाब है ‘हां’
हाल ही में कोबरा पोस्ट ने एक स्टिंग ऑपरेशन की मदद से बड़े मीडिया घरानों को बेपर्दा भी किया है लेकिन फिर भी कोई खास फर्क नहीं पड़ा है। नफरत फैलाना का अपना मुख्य काम गोदी मीडिया आज भी पूरे लगन से कर रही है।
‘इंडिया टुडे’ न्यूज चैनल के Executive Editor गौरव सावंत ने ट्वीट किया है कि ‘तो पाकिस्तानी बॉलीवुड के लिए वापस गा रहे हैं। आतिफ असलम और राहत फतेह अली खान आने वाली बड़े बजट की बॉलीवुड फिल्मों के लिए गा रहे हैं।
बॉलीवुड के बड़े निर्देशक भी पाकिस्तान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल के लिए कराची में मौजूद हैं (हम पाकिस्तान के आतंकवाद के खिलाफ स्टैंड तक नहीं ले सकते) शर्म की बात है।
यानी गौरव सावंत का मानना है कि पाकिस्तानी गायकों के भारतीय फिल्मों में गाना गाने और भारतीय फिल्म डायरेक्टर के पाकिस्तान के फिल्म महोत्सव में जाने से आंतकवाद बढ़ रहा है।
गौरव सावंत के इस ट्वीट की रिट्वीट करते हुए म्यूजिक कम्पोजर और सिंगर विशाल डडलानी ने लिखा है ”मिस्टर सावंत क्या आपको पता है कि भारत सरकार ने पाकिस्तान को ‘Most Favoured Nation’ का दर्जा दिया है?
यदि आप में हिम्मत है तो भारत सरकार से कहिए कि वह पाकिस्तान के साथ “नो बिजनेस” पॉलिसी शुरू करे। हम आपका साथ देंगे। यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो तब तक अपना मुंह बंद रखिए और आप जैसे नफरत फैलाने वालों के बावजूद संगीत को लोगों के बीच एक पुल का काम करने दीजिए।”